उत्तर प्रदेश का पहला आर्टीफिशियल ज्वेलरी क्लस्टर इस जिले में, चिह्नित की गई पांच एकड़ जमीन…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बलिया। बलिया की बिंदी ब्रांड है। इसे वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट में शामिल करते हुए राष्ट्रीय फलक पर चमकाने की कोशिश चल रही है। इसके अलावा जिले में ढाई सौ से अधिक छोटे कारोबारी आर्टीफिशियल ज्वेलरी ;सोने.चांदी के आभूषण जैसा उत्पाद के कारोबार से जुड़े हैं। लेकिन उन्हें उचित मंच नहीं मिलने से कारोबार बिखरा पड़ा है। औसतन 10 लाख का वार्षिक कारोबार है। इसके बाद भी उन्हें उनकी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है। इसमें 10 फीसद लोग ऐसे हैं जो कच्चा माल मुंबई, राजकोट और बनारस से मंगाते हैं। उसे कुछ परिवारों में देकर बनवाते हैं। शहर के मीना बाजार में ही 200 से अधिक कारोबारी हैं।
प्रदेश सरकार अब ऐसे परिवारों को बड़ा मंच देने की तैयारी में है। उद्योग विभाग इस दिशा में कार्य शुरू कर चुका है। जिले में सूबे का पहला आर्टीफिशियल क्लस्टर विकसित करने की योजना है। बिंदी के अलावा आर्टीफिशियल ज्वेलरी का निर्माण होगा। साथ ही उत्पादों की पैकेजिंग व मार्केटिंग की जाएगी। इन कामों के लिए आधुनिक मशीनें भी लगाई जाएंगी। इसका प्रस्ताव बनाया जा रहा है। करीब 15 करोड़ खर्च होंगे। इसके लिए नेशनल हाईवे 31 पर रसड़ा तहसील क्षेत्र के माधोपुर में करीब पांच एकड़ भूखंड चिह्नित किया गया है। इसका खरीदा जाएगा। यहां दो से तीन हजार लोगों के लिए ज्वेलरी क्लस्टर विकसित होगा। परियोजना का पीपीपी मॉडल ;पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर संचालन होगा। प्रस्ताव तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।