परीक्षा से पहले भी नहीं मिला प्रवेश पत्र, मगध विवि का यह है हाल, ऐसे छात्रों के रिजल्ट पर असमंजस……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
बोधगया। मगध विश्वविद्यालय की शुक्रवार से स्नातक द्वितीय खंड सत्र 2018.21 की परीक्षा प्रारंभ हुई। लेकिन गया शहर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर प्रथम व द्वितीय पाली में लगभग तीन हजार से अधिक छात्र बिना प्रवेश पत्र के परीक्षा में शामिल हुए। कई परीक्षा केंद्रों के केंद्राधीक्षकों ने बताया कि विवि की परीक्षा शाखा के अधिकारी का आदेश है कि बगैर प्रवेश पत्र वाले छात्रों को भी परीक्षा में शामिल किया जाए। इसलिए सभी को परीक्षा में शामिल करते हुए संबंधित कालेज के प्राचार्य व परीक्षा शाखा के अधिकारी को परीक्षार्थियों के सत्यापन हेतु सूचित किया गया है।
कई केंद्रों पर तो छात्रों की उपस्थिति पंजी भी विवि ने नहीं भेजी थी। जिसके कारण केंद्राधीक्षकों ने अपने स्तर से छात्रों की उपस्थिति पंजी बनाकर सभी का हस्ताक्षर कराया। ऐसे में सवाल उठ रहा कि विवि प्रशासन ने किस एजेंसी से प्रवेश पत्र बनवाया। जिसने परीक्षा के एक दिन पूर्व तक छात्रों को प्रवेश पत्र नहीं उपलब्ध कराया। इस व्यवस्था से बगैर प्रवेश पत्र के परीक्षा देने वाले छात्रों का रिजल्ट लंबित होना निश्चित है।
जेल से परीक्षा देने आया छात्र
गया इवनिंग कालेज के परीक्षा केंद्र पर शुक्रवार को एक छात्र पुलिस की अभिरक्षा में परीक्षा देने आया। छात्र के हाथ में हथकड़ी लगे रहने के कारण अन्य परीक्षार्थियों के बीच वह कौतूहल का विषय बना रहा। केंद्राधीक्षक ने बताया कि छात्र मगध विवि से संबद्ध एक कालेज का गणित प्रतिष्ठा विषय का छात्र रहा। उसने शुक्रवार को पुलिस अभिरक्षा में प्रतिष्ठा विषय के तृतीय प्रश्नपत्र की परीक्षा दी। वह किस मामले में जेल में है, यह नहीं पता चल सका। परीक्षा संपन्न होने के बाद पुलिस उसे साथ लेकर गई।