जंगली जानवर फसल का या पालतु जानवर का नुकसान करते हैं तो वन विभाग देगा मुआवजा, जानें क्या है नियम…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
मुरादाबाद। जंगली जानवरों से हुए नुकसान की भरपाई वन विभाग करेगा। किसानों की फसलों के साथ ही उनके जानवरों को अगर कोई भी वन्य जीव नुकसान पहुंचाता है। तो इसके लिए वन विभाग एक निर्धारित धनराशि देगा। वहीं घायल और वन्य जीव के हमले में घायल और मृत व्यक्तियों को चार से पांच लाख रुपये की मदद प्रदान की जा रही है। हालांकि इस सहायता के मिलने में वक्त लगता है। लेकिन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जांच की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद खाते में सीधे रकम भेजने की कार्रवाई की जाती है।
जनपद में बीते दो साल में तेंदुए के साथ ही अन्य जंगली जानकारी के हमले में पांच से अधिक व्यक्तियों की मौत हुई है। जबकि दस से अधिक लोग घायल हुए हैं। वन विभाग ने साल 2014 में शासनादेश के अनुसार वन विभाग की ओर से मृतकों को पांच लाख और घायलों को एक लाख रुपये की मदद दी गई है। वहीं अब किसानों के पशुओं और खेती का नुकसान जंगली जानवर करते हैं। तो उसकी भी भरपाई की जाएगी। क्षेत्रीय वन निदेशक विजय सिंह ने बताया कि बिजनौर जनपद में अक्सर जंगली हाथियों के द्वारा फसलों के नुकसान की शिकायतें आती थी। ऐसे में अगर किसी किसान की फसल का नुकसान होता है। सरकार के द्वारा फसल के तय मूल्य के आधार पर किसान को मुआवजा दिया जाएगा।
एक साल में 12 पशुओं की हुई मौतः मुरादाबाद जनपद में बीते एक वर्ष में जंगली जानवरों के हमले में 12 पशुओं की मौत हुई है। जिसमें गाय, भैंस, बकरी शामिल है। इन पशुओं की मौत की जानकारी के बाद वन विभाग ने किसानों को एक लाख 12 हजार रुपये की धनराशि का भुगतान किसानों को दिया है। वहीं अभी एक लाख 25 हजार रुपये प्रस्ताव और बनाकर भेजा गया है। अफसरों का कहना है बजट मिलते ही शेष भुगतान को संबंधित किसानों के खाते में सीधे धनराशि भेजी जाएगी।