यहां कोचिंग में हुआ विवाद, छात्र के पेट में मार दिया चाकू…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। देवरिया जिले के लार में कोचिंग में विवाद के दौरान एक छात्र ने दूसरे छात्र के पेट में चाकू घोंप कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल छात्र का इलाज बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर में चल रहा है। आरोपित छात्र को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। लार क्षेत्र के चूरिया गांव के रहने वाले नितेश यादव उम्र 17 वर्ष पुत्र बिरजानंद यादव इंटर का छात्र है। वह मेहरौना स्थित कोचिंग संस्थान में पढ़ता है। रोज की तरह सुबह करीब पौने दस बजे कोचिंग पढ़ने के लिए आया। इसी दौरान कोचिंग के बाहर खड़े इंटर के एक छात्र से विवाद हो गया। बाहर खड़े छात्र ने नितेश यादव के पेट में चाकू घोंप दिया और भाग निकला। नितेश लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा और चीखने लगा। आवाज सुन आसपास के लोग पहुंचे और स्वजन को सूचना दी गई। उसे इलाज के लिए सीएचसी लार लाया गया। हालत गंभीर देख चिकित्सक ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
प्राथमिक उपचार के बाद नितेश को रेफर कर दिया गया मेडिकल कालेज
जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया। मेडिकल कालेज में स्वजन से भर्ती कराया। जहां देर शाम आपरेशन की तैयारी चल रही थी। कोचिंग संचालक संदीपनाथ तिवारी ने पुलिस को घटना की सूचना दी है। उनका आरोप है कि हमलावर छात्र सुबह से कई छात्रों से उलझ चुका थाए जिसके चलते उसे कोचिंग से भगा दिया गया था। इसी दौरान उसने नितेश को चाकू मार दिया। प्रभारी निरीक्षक प्रदीप शर्मा ने कहा कि विवाद में एक छात्र ने दूसरे छात्र को चाकू मारकर घायल कर दिया है। अभी तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई होगी। हमलावर को हिरासत में ले लिया गया है।
शादी का प्रलोभन देकर युवती को भगाने के मामले में तीन के खिलाफ मुकदमा
खुखुंदू थाना क्षेत्र के एक गांव से युवती को भगाने व सवा महीने साथ रहने के बाद भी नहीं अपनाना युवक व उसके स्वजन को महंगा पड़ गया। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने युवक व उसके माता.पिता के विरुद्ध शादी का प्रलोभन देकर भगाने, साजिश करने, धमकाने व एससी.एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। मामले की विवेचना क्षेत्राधिकारी सलेमपुर कपिल मुनि सिंह करेंगे। खुखुंदू थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती को युवक बहला.फुसलाकर भगा ले गया। युवक एक महीने दस दिन तक युवती के साथ रहा। एक साथ जीने मरने की कसमें खाई। स्वतंत्रता दिवस के दिन दोनों को थाने लाया गया। युवती के स्वजन उसे साथ ले जाने को तैयार नहीं हुए। उधर युवती के पिता ने प्राथमिकी दर्ज कराने तथा न्याय के लिए थानाध्यक्ष से लेकर उच्चाधिकारियों तक गुहार लगाई थी। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने आरोपित अंकित यादव, उसके पिता लालू यादव व मां लीलावती देवी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।