तेल की खोज के लिए भूकंपीय सर्वेक्षण पूरा इस प्रदेश में तेल के नए कुएं खोदने में मिलेगी मदद……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। महज चार माह में ही आयल इंडिया लिमिटेड ने तेल की खोज के लिए भूकंपीय सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया है। चार चरणों में बांटे गए अध्ययन में पहले चरकण का कार्य तो अप्रैल से पहले ही पूरा कर लिया गया था। अब तीसरे चरण के तहत टीम सर्वेक्षण डेटा को लेकर दो माह में बीएचयू आएगी। यहां पर भूकंपीय के मुख्य डेटा के साथ ही गुरुत्वाकर्षण व चुंबकीय डेटा का भी संयुक्त अध्ययन ज्वाइंट इन्वर्जन किया जाएगा। तीनों डेटा के अध्ययन के बाद अरुणाचल प्रदेश स्थित कुमचाई क्षेत्र में हाइड्रोकार्बन यानी कच्चे तेल के कुए खोज संभव हो जाएगी और नए कुंचे खोदने में मदद भी मिल जाएगी।
अप्रैल बीएचयू से हुई थी अध्ययन की शुरूआत
देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाने के लिए दो बड़ संस्थान आयल इंडिया लिमिटेड व बीएचयू अप्रैल में एकसाथ हुए वत तेल और गैस उत्पादन बढ़ाने के लिए अधिकारिक रूप से शुरूआत हुई। दोनों संस्थानों से भूकंपीय के साथ ही चुंबकीय व गुरुत्वाकर्षण विधि से अध्ययन शुरू किया। हालांकि भूकंपीय डेटा दो माह में ही कंपनी बीएचयू के भू.भौतिकी विभाग को सैंपने वाली है। मऊ जिले के मुस्तफाबाद गांव निवासीए बीएचयू के पूर्व छात्र व आयल इंडिया लिमिटेड के मुख्य भूभौतिकीविद पवन कुमार सिंह कुमचाई में कार्य कर रहे हैं। इस अध्ययन में बीएचयू के अशोक पांडेय भी शामिल हैं। अगले साल मार्च तक यह कार्य पूरा होने की उम्मीद है। पूरे अध्ययन के लिए आयल इंडिया लिमिटेड 25 लाख का अनुदान दे रही है। जिसमें से 6.25 लाख पहला अनुदान पहले दिया जा चुका है।