Tuesday, April 23, 2024
उत्तर-प्रदेशवाराणसी

पंचायत चुनाव में मतदाताओं के बीच शराब वितरण पर अंकुश लगाने की तैयारी….

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

वाराणसी। आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व होली से पहले पुलिस व आबकारी विभाग ने वोटरों के बीच शराब वितरण पर अंकुश लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस महानिरीक्षक परिक्षेत्र विजय सिंह मीना ने ग्रामीण इलाकों के सभी शराब ठेकों के स्टॉक की जानकारी एकत्र करने के निर्देश दिए हैं। परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर व जौनपुर के पुलिस कप्तानों को ब्योरा जुटाने के आदेश दिए हैं। सभी बीट इंचार्ज को आबकारी की टीम के साथ मिलकर इलाके के ठेकों में रखे स्टॉक का ब्योरा जुटाना होगा।

चौबेपुर, बड़ागांव व रोहनिया है संवेदनशील

अवैध शराब की दृष्टि से चौबेपुर, बड़ागांव व रोहनिया के इलाके संवेदनशील हैं। चौबेपुर का परानापुर, कादीसराय, बड़ागांव का कनियर तो रोहनिया का मातलदेई, राजातालाब अवैध शराब के लिए चर्चित हैं। इन क्षेत्रों में पुलिस व आबकारी विभाग बराबर कार्रवाई करती है लेकिन उनकी दुकान फिर से सज जाती है। यहां अवैध शराब का धंधा वंशानुगत आधार पर चलता है।

दो करोड़ से अधिक संपत्ति कुर्क

पुलिस ने शराब माफियाओं पर शिकंजा कसते हुए वर्ष 2020 में अवैध रुप से अर्जित की गई दो करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। चार शराब तस्करों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई हुई तो तीन की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। वर्ष 2020 में रोहनिया थाना क्षेत्र में अखरी के सामने नेशनल हाईवे पर हरियाणा से बिहार जा रहे कई वाहनों से अवैध शराब की खेप पकड़ी गई थी। हरियाणा से होने वाली शराब तस्करी पर लगाम नहीं लग रहा है। विभिन्न रास्तों से शराब बिहार में पहुंचाई जा रही है। बिहार में शराब बंदी के कारण यूपी से बड़े पैमाने पर शराब की तस्करी शुरू हो गई है। शराब तस्कर हरियाणा, पंजाब, हिमाचल के साथ ही अन्य अन्य प्रांतों से शराब मंगाते हैं। अवैध और नकली शराब की खेप वाराणसी होते हुए बिहार पहुंचती है।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *