Thursday, April 25, 2024
उत्तर-प्रदेशगोरखपुर

रुपये न देने पर चौकी प्रभारी ने दुकानदारों को पीटा, सीएम से शिकायत. सीओ ने शुरू की जांच…..

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

गोरखपुर। गोरखपुर के असुरन चौराहा के पास ठेले पर दुकान लगाने वालों ने चौकी प्रभारी पर पिटाई करने का आरोप लगाया है। दुकानदारों ने मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय में इसकी शिकायत की है। कार्यालय प्रभारी से कहा कि चौकी प्रभारी रुपये की मांग कर रहे थे। न देने पर बेरहमी से पिटाई कर दी है। जिसमें कई लोग घायल हो गए।सीओ गोरखनाथ आरोप की जांच कर रहे हैं।

सीएम कैंप कार्यालय में की गई शिकायत

पुरानी असुरन चुंगी निवासी विमलेश शुक्ला, रमाकांत, राजेश, संजय कुमार समेत कई दुकानदार गोरखनाथ मंदिर स्थित मुख्यमंत्री के कैंप कार्यालय पहुंचे। प्रार्थना पत्र में उन्होंने लिखा है कि पटरी पर फल, मछली का रोजगार करते है। रविवार की शाम साढ़े सात बजे के करीब चौकी प्रभारी अरविंद राय आए और ठेले से सामान लेने लगे। उनके साथ एक और दारोगा मौजूद थे। बोले कि हर महीने दो से तीन हजार रुपये दो नहीं तो दुकान नहीं लगेगी। प्रतिकार करने पर तराजू, सामान फेंक दिया।सीओ गोरखनाथ रत्नेश सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई होगी।

नौकरी के नाम पर जालसाजी करने वाला लिपिक गिरफ्तार

नौकरी के नाम पर जालसाजी कर रुपये हड़पने वाले काशी विद्यापीठ वाराणसी में तैनात लिपिक पुरुषोत्तम मिश्र को रामगढ़ताल पुलिस ने सोमवार को आजाद चौक के पास गिरफ्तार किया।दो माह से उसकी तलाश चल रही थी। आरोप है कि उसने कई लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये लिए हैं। गोला थाना क्षेत्र के सड़सड़ा बुजुर्ग तरयापार निवासी पुरुषोत्तम मिश्र काशी विद्या पीठ वाराणसी में कनिष्ठ लिपिक के पद पर कार्यरत है। वह वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र स्थित इंद्रपुरी कालोनी में रहता है।

पुरुषोत्तम के खिलाफ सर्वोदय नगर निवासी जय नारायण सिंह ने नौकरी के नाम पर जालसाजी कर रुपये हड़पने की शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि पुरुषोत्तम ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर दो लोगों से 13.50 लाख रुपये लिए थे।छत्तीसगढ़ ले जाकर फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। जानकारी होने पर परिवार के लोगों ने रुपये वापस करने का दबाव बनाया तो आनाकानी करने लगा। प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ताल जेएन सिंह ने बताया कि लिपिक को देर शाम कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।

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