सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 13.50 लाख रुपये की ठगी, एक गिरफ्तार…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये हड़पने वाले काशी विद्यापीठ वाराणसी में तैनात लिपिक पुरुषोत्तम मिश्र को रामगढ़ताल पुलिस ने आजाद चौक के पास गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि उसने कई लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर रुपये लिए हैं। गोला थाना क्षेत्र के सड़सड़ा बुजुर्ग तरयापार निवासी पुरुषोत्तम काशी विद्यापीठ में कनिष्ठ लिपिक है। वह वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र स्थित इंद्रपुरी कालोनी में रहता है।
काशी विद्यापीठ वाराणसी में तैनात है पुरुषोत्तम
सर्वोदय नगर निवासी जय नारायण सिंह ने पुरुषोत्तम के खिलाफ सरकारी नौकरी के नाम पर जालसाजी कर रुपये हड़पने की शिकायत की थी। आरोप था कि उसने दो लोगों से 13.50 लाख रुपये लिए और छत्तीसगढ़ ले जाकर फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। जालसाजी का पर्दाफाश होने पर परिवार वालों ने रुपये वापस करने का दबाव बनाया तो वह आनाकानी करने लगा। प्रभारी निरीक्षक रामगढ़ताल जेएन सिंह ने बताया को लिपिक को गिरफ्तार करने के बाद देर शाम कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
गैर इरादतन हत्या के आरोपित जेल गए
सेवानिवृत्त रेलकर्मी की पीटकर हत्या करने के आरोपित दो युवकों को गुलरिहा पुलिस ने सोमवार की दोपहर गिरफ्तार कर लिया। उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। जहां से जेल भेज दिया गया। सेवानिवृत्त रेलकर्मी जीतन सिंह गुलरिहा के करमौरा गांव में रहते थे। आरोप है कि 29 दिसम्बर 2020 की शाम नाली के विवाद में गांव के विरेन्द्र सिंह, जयविजय सिंह, जन्मेजय सिंह, सोनू सिंह एवं रणजीत सिंह ने पिटाई कर दी। घायल जीतन की मेडिकल कालेज में मौत हो गई। उनके बेटे हरिकेश ने आरोपितों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, बलवा का केस दर्ज कराया था। प्रभारी निरीक्षक गुलरिहा रवि राय ने बताया कि जयविजय सिंह, रणजीत सिंह, सोनू सिंह को सरैया पेट्रोल पंप के पास से गिरफ्तार किया गया। जन्मेजय सिंह को पहले ही जेल भेजा गया है।