गांधी-जेपी की विरासत पर चला बुलडोजर: 10 घंटे में सर्व सेवा संघ के 20 भवन जमींदोज, अभी जारी रहेगी कार्रवाई…देश के पहले राष्ट्रपति की अगुवाई में हुई थी स्थापना
वाराणसी पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ के भवन पर शनिवार को आखिरकार बुलडोजर चल गया। शनिवार सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक 10 घंटे चली ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में 20 भवन ढहाए गए हैं। मौके पर भारी फोर्स तैनात है।
महात्मा गांधी-विनोबा भावे और जेपी के विचारों की विरासत कहे जाने वाले वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ के 20 भवन शनिवार को बुलडोजर से ढहा दिए गए। संघ से जुड़े लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई पर हंगामा करते हुए विरोध किया, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। विरोध कर रहे 10 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन भेज दिया गया।
राजघाट इलाके में सर्व सेवा संघ का परिसर है। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम की कोर्ट ने हाल ही में संघ की जमीन पर उत्तर रेलवे का मालिकाना हक बताया था। इसके बाद 27 जून को सर्व सेवा संघ को जमीन खाली करने का नोटिस जारी किया गया। सर्व सेवा संघ से जुड़े लोग सुप्रीम कोर्ट तक गए, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली।
देश के पहले राष्ट्रपति की अगुवाई में हुई थी स्थापना
22 जुलाई को खाली कराया गया था सर्व सेवा संघ भवन और परिसर
बीते 22 जुलाई को सर्व सेवा संघ के भवनों को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में खाली कराया गया। शनिवार सुबह सात बजे जिला प्रशासन और रेलवे के अधिकारी भारी पुलिस बल और आरपीएफ के के साथ बुलडोजर और ध्वस्तीकरण से संबंधित अन्य मशीनें लेकर सर्व सेवा संघ परिसर पहुंचे। इसके साथ ही परिसर के मुख्य गेट पर सर्व सेवा संघ से जुड़े लोगों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पुलिस ने पहले सभी को समझा कर शांत कराने की कोशिश की, लेकिन कोई सुनने को तैयार ही नहीं था। अंतत: पुलिस ने सर्व सेवा संघ के संयोजक रामधीरज और जागृति राही सहित 10 लोगों को बस में जबरन बैठा कर पुलिस लाइन भेज दिया। रेलवे के अफसरों ने बताया कि सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक 10 घंटे चली ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में 20 भवन ढहाए गए हैं। संघ परिसर स्थित डाकखाना के भवन को फिलहाल ध्वस्त नहीं किया गया है। ध्वस्तीकरण और मलबा हटाने की कार्रवाई अभी आगे भी जारी रहेगी।