गांव के विकास को धनराशि खूब मिली, नजर नहीं आया विकास….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
आगरा। गांवों के विकास के लिए बजट तो खूब आया लेकिन इसके सापेक्ष वहां विकास नजर नहीं आया। बीते पांच सालों मे जिला पंचायत ने ही गांवों के विकास पर 95 करोड़ रुपये खर्च किए। इसके बावजूद कहीं, खरंजा नहीं हो पाया तो कहीं पानी की समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
ग्राम पंचायतों का कार्यकाल बीते 25 दिसंबर और जिला पंचायत का कार्यकाल बीते 13 जनवरी को खत्म हो चुका है। वर्ष 2015.16 से वर्ष 2020.21 के बीच जिला पंचायत ने जिले में 95 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि खर्च की। इसमें से अधिकांश कार्य इंटरलाकिंगए सड़क मरम्मत के कार्य कराए गए। गांवों में सबसे भीषण समस्या पानी की है। इस पर कम ध्यान दिया गया। खेरागढ़, फतेहपुर सीकरी, आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों में पानी की विकराल समस्या है। लोगों को एक.एक बाल्टी पानी के लिए भटकना पड़ता है। भूमिगत पानी खारा होने के कारण उपयोग में नहीं आता। अधिकांश सरकारी हैंडपंप और टीटीएसपी शोपीस बने हुए हैं। इन पांच सालों में जिला पंचायत ने 13.31 करोड़ रुपये के लक्ष्य के सापेक्ष 16.35 करोड़ रुपये की आय की। वहीं, जिला पंचायत ने 27.80 करोड़ रुपये से एत्मादपुर क्षेत्र में इंटरलाकिंग कार्य, छह पक्की सड़क मरम्मत कार्य, एक कांजी हाउस का निर्माण, 15.59 करोड़ रुपये से खेरागढ़ क्षेत्र में इंटरलाकिंग कार्य, पांच पक्की सड़क मरम्मत कार्य, दो शमशान घाट निर्माण, 15 गांवों में जैविक पदार्थ द्वारा छिड़काव का कार्य, 13.20 करोड़ रुपये से फतेहाबाद क्षेत्र में इंटरलाकिंग कार्य, पांच पक्की सड़क मरम्मत कार्य, दो कांजी हाउस निर्माण, दो नालों का निर्माण, 12.34 करोड़ रुपये से फतेहपुर सीकरी क्षेत्र में इंटरलाकिंग कार्य, एक पक्की सड़क मरम्मत कार्य, चार शमशान घाटों की बाउंड्री निर्माण, 16 गांवों में जैविक पदार्थ द्वारा छिड़काव किया गया, 12ण्26 करोड़ रुपये से आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में इंटरलाकिंग कार्य, दो कांजी हाउस निर्माण और 11.96 करोड़ रुपये से बाह क्षेत्र में इंटरलाकिंग कार्य कराए।