यहां तो आयुष्मान गोल्डन कार्ड के आवेदन में ही लगाया जा रहा चूना….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
कानपुर। सरकार गरीबों को निश्शुल्क चिकित्सीय सुविधा देने के लिए आयुष्मान गोल्डन कार्ड बना रही है। सरकारी संस्थानों में गोल्डन कार्ड बनाने की प्रक्रिया बिना किसी प्राथमिक शुल्क लिए चल रही है जबकि निजी वेडरों को इसके लिए 30 रुपये लेने की छूट दी गई है। वेंडर 30 रुपये में गोल्डन कार्ड को प्रिंट और लेमिनेट करके लाभार्थी को देंगे। बावजूद इसके कई जगहों पर गोल्डन कार्ड प्रिंटर के नाम पर ही दस रुपये अतिरिक्त वसूले जा रहे हैं।
फेथफुलगंज निवासी शिव प्रसाद श्रीवास्तव मंगलवार को फेथफुलगंज स्थित आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाने पहुंचे। कार्ड के लिए उन्हेंं 40 रुपये फीस जमा करने को कहा गया। उन्होंने विरोध किया तो उन्हेंं वापस कर दिया गया।
मीरपुर निवासी शीलू अपने स्वजन का गोल्डन कार्ड बनवाने इसी कैंप में पहुंची। गोल्डन कार्ड बनवाने की प्रक्रिया पूरी करने के बाद उनसे 40 रुपये जमा करा लिए गए। 30 रुपये फीस की बात पर कर्मचारी बोलेए प्रिंटर का पैसा तो देना होगा। यह दोनों मामले तो उदाहरण के लिये हैैं शहर में कई स्थानों पर आवेदकों के साथ ऐसा ही किया जा रहा है।
बता दें कानपुर शहर में करीब 40 स्थानों पर निजी वेंडरों को यह काम सौंपा गया है। जिसमें कई जगहों पर गरीबों से दस रुपये अतिरिक्त लिए जा रहे हैं। आयुष्मान कार्ड के जिन आवेदकों को निर्धारित फीस की जानकारी है तो वह यदा कदा विरोध करते हैं अन्यथा की स्थिति में दस रुपये अधिक देना लाभार्थियों की मजबूरी है।