गणतंत्र दिवस के इतिहास में चौथी बार इसमें नहीं होगा कोई चीफ गेस्ट, जानें पहले कब हुआ है ऐसा…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली। देश 72वें गणतंत्र दिवस के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस दौरान दिल्ली के राजपथ पर निकलने वाली परेड पर सभी की निगाह है। इस बार गणतंत्र दिवस का आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब पूरा विश्व कोरोना महामारी से बाहर आने की कोशिश कर रहा है। हालांकि भारत ने इस महामारी पर काफी हद तक काबू पाने में सफलता हासिल की है। कोरोना महामारी की वजह से ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस दिवस पर चीफ गेस्ट का न्योता स्वीकार करने के बाद कुछ दिन पहले ही इसमें शामिल होने में असमर्थता जताई थी। गणतंत्र दिवस के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब इसमें कोई मुख्य अतिथी शामिल नहीं हो रहा है।
हालांकि इससे पहले भी तीन बार ऐसा हुआ है जब गणतंत्र दिवस के मौके पर कोई मुख्य अतिथी शामिल नहीं हुआ था। ऐसा मौका इतिहास में 1952, 1953 और 1966 में आया था। हालांकि इस दौरान भारत सरकार की तरफ से किसी को भी मुख्य अतिथी के तौर पर इसमें शामिल होने का न्योता नहीं दिया गया था। इस लिहाज से ये पहला मौका है जब भारत ने किसी को न्योता दिया और स्वीकार करने के बाद भी इस दिवस पर कोई चीफ गेस्ट शामिल नहीं हो रहा है। आपको यहां ये भी बता दें कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि सब कुछ ठीक रहा तो वो बाद में भारत जरूरत आएंगे।