फेसबुक की दोस्ती में की शादी, फिर ‘दहेज दानव’ बन गया पुलिसकर्मी, हैवानियत की कहानी सुन कांप जाएगी रूह
, भागलपुर। Bhagalpur News: फेसबुक की दोस्ती में शादी कर दहेज दानव बन चुके दूल्हे राजेश कुमार को बरारी पुलिस मंगलवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता से गिरफ्तार कर भागलपुर लेते आई है। मशक्कत बाद बरारी पुलिस की टीम ने कोलकाता पुलिस में तैनात राजेश कुमार को दहेज प्रताड़ना, धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर आरोप में गिरफ्तार कर भागलपुर लाई है। उसने पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है।
एसएसपी आनंद कुमार के निर्देश पर भागलपुर से कोलकाता गई पुलिस टीम ने कोलकाता पुलिस के जवान राजेश को गिरफ्तार कर लाई है। बुधवार को उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा जाएगा। उसके विरुद्ध बरारी थानाक्षेत्र निवासी सुलेखा ने चार अगस्त 2023 को बरारी थाने में धोखाधड़ी, दहेज प्रताड़ना आदि के गंभीर आरोप में केस दर्ज कराया था।
कोलकाता से लाने के बाद अब उससे सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी,इंस्पेक्टर अभय शंकर, अवर निरीक्षक अविनाश कुमार आदि पूछताछ करेंगे।
तब सुलेखा को नहीं था एहसास कि रंग बदल लेगा राजेश
फेसबुक पर सुलेखा ने राजेश से दोस्ती को शादी के रिश्ते में जब बदला तब उसे यह आभास नहीं था कि उसका दूल्हा दहेज दानव बन जाएगा। शादी के कुछ दिनों बाद से ही राजेश ने रंग बदलना शुरू कर दिया था। पहले तो उसने चालाकी दिखाते हुए जमीन खरीदने के नाम पर सुलेखा के पिता से दो लाख 75 हजार रुपये की मांग की।
12 दिसंबर 2022 को सुलेखा के पिता ने बैंक से रुपये निकाल कर अन्य स्वजनों के साथ राजेश के घर जाकर पहुंचाया था। दहेज दानव बने राजेश को इतनी राशि पर संतोष कहां था। उसने उसके बाद 15 लाख रुपये दहेज के रूप में मांग करने लगा। यह दबाव बनाने लगा कि वह अपने घर वालों से दहेज के रूप में उतने रुपये लेकर आए।
पुलिसकर्मी राजेश अपनी पत्नी को भद्दी-भद्दी गाली देता था
उसके कहने पर ऐसा पिता से बोलने से इनकार करने पर सुलेखा को राजेश ने भद्दी-भद्दी गालियां दी। धमकी भी दी कि उस जैसी लड़की उसे हजारों मिल जाएगी। सुलेखा ने बरारी पुलिस को जानकारी दी कि दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर उसका व्यवहार काफी खराब रहने लगा।
उसने जब उससे कहा कि पिता से जो जमीन खरीदने के नाम पर दो लाख 75 हजार रुपये लौटा दे तो वह और भड़क गया था। सुलेखा के लिखित अर्जी पर तत्कालीन बरारी थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने केस दर्ज करते हुए मामले में सहायक अवर निरीक्षक विजय कुमार राय को जांच पदाधिकारी बना दिया था।