Friday, May 3, 2024
उत्तर-प्रदेशलखनऊ

निरस्त हुई यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा? पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड ने बताई सच्चाई

लखनऊ। पुलिस विभाग में सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा से पहले स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ ही सभी जिलों में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। भर्ती रद होने की अफवाह फैलाने वाले शरारती तत्वों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित परीक्षा रद होने के भ्रामक संदेशों का पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड ने खंडन किया है।

सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा निर्धारित तिथि 17 व 18 फरवरी को सभी जिलों में दो पालियों में होगी। प्रदेश में 2,385 परीक्षा केंद्रों पर कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं, जहां बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन के बाद ही अभ्यर्थी को प्रवेश मिलेगा। आरक्षी नागरिक पुलिस के 60,244 पदों पर भर्ती के लिए कुल 48, 17,441 अभ्यर्थियों में 15,48,969 महिला अभ्यर्थी भी शामिल हैं। प्रत्येक पाली में 12,04,360 अभ्यर्थी शामिल होंगे।

परीक्षा से पूर्व शुक्रवार को एसटीएफ ने झांसी से पेपर लीक कराने का प्रयास कर रहे दो आरोपितों को दबोचा है। जबकि अभ्यर्थियों से ठगी करने के लिए सक्रिय गिरोह के दो बदमाशों को वाराणसी से गिरफ्तार किया गया है। डीजीपी प्रशांत कुमार का कहना है कि अब तक कुल चार आरोपित पकड़े गए हैं, जिनके अन्य साथियों की तलाश कराई जा रही है। सभी जिलों में सुरक्षा प्रबंधों के साथ बेहतर यातायात प्रबंधन के कड़े निर्देश दिए गए हैं। शरारती तत्वों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।

हर परीक्षा केंद्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात रहेंगे। जबकि परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों की संख्या के अनुरूप केंद्र पर्यवेक्षक के रूप में पुलिस उपाधीक्षक व निरीक्षक की ड्यूटी लगाई गई है। परीक्षा केंद्रों में हर कोने में सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं, जिनके माध्यम से निगरानी होगी।

अभ्यर्थियों को बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन के बाद ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश मिलेगा। डीजी पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड रेणुका मिश्रा के अनुसार परीक्षा के लिए विभिन्न प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की तैनाती की गई है। हर जिले में डीएम पर्यवेक्षक (मजिस्ट्रेट) हैं, जिनके स्तर से परीक्षा केंद्रों में ड्यूटी, सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती समेत अन्य प्रशासनिक प्रबंध सुनिश्चित किए गए हैं। हर केंद्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट के साथ सहायक केंद्र पर्यवेक्षक की तैनाती की गई है। इसके अलावा अपर जिलाधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी (प्रशासन) के रूप में नियुक्त किया गया है।

तीन परीक्षा केंद्रों पर एक सेक्टर मजिस्ट्रेट की भी तैनाती की गई है। नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए उड़न दस्ते भी मुस्तैद रहेंगे। जिन परीक्षा केंद्रों पर एक हजार से अधिक अभ्यर्थी होंगे, वहां पुलिस उपाधीक्षक तैनात रहेंगे। एक हजार तक अभ्यर्थी वाले सेंटर पर इंस्पेक्टर और 500 अभ्यर्थी तक वाले केंद्र पर उपनिरीक्षक को नियुक्त किया गया है। परीक्षा केंद्रों पर डीएम व केंद्र व्यवस्थापक (प्रधानाचार्य) द्वारा 50-50 प्रतिशत कर्मियों की नियुक्त की गई है।

कई स्तर पर होगी चेकिंग

परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों की चेकिंग, फ्रिस्किंग व पर्यवेक्षण के कड़े प्रबंध किए गए हैं। बायोमैट्रिक फिंगर प्रिंट व फेशियल रिकग्निशन के बाद अभ्यर्थी को प्रवेश दिया जाएगा। फेशियल रिकग्निशन में संशय होने पर अभ्यर्थी का आधार प्रमाणीकरण कराया जाएगा। इसके अलावा सभी केंद्रों पर मोबाइल, ब्लूटूथ व अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस को निष्क्रिय करने के लिये जैमर लगाए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों के जरिए परीक्षा कक्ष व केंद्र की निगरानी होगी, जिसकी लाइव फीड जिलों के पुलिस कंट्रोल रूम व भर्ती बोर्ड के कंट्रोल रूम को उपलब्ध होगी।

अन्य 10 राज्यों के भी छह लाख अभ्यर्थी

उप्र के अलावा अन्य 10 राज्यों के छह लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने भी आवेदन किया है। इनमें बिहार के 2,67,305 अभ्यर्थी, हरियाणा के 74,769 अभ्यर्थी, झारखंड के 17,112 अभ्यर्थी, मध्य प्रदेश के 98,400 अभ्यर्थी, दिल्ली के 42,259 अभ्यर्थी, राजस्थान के 97,277 अभ्यर्थी, उत्तराखंड के 14,627 अभ्यर्थी, बंगाल के 5,512 अभ्यर्थी, महाराष्ट्र के 3,151 अभ्यर्थी तथा पंजाब के 3,404 अभ्यर्थी शामिल हैं।

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