अस्पताल ने जन्म के बाद थमा दिया मरा हुआ बच्चा, माता-पिता ने CM योगी से की शिकायत; बोले- 50 हजार में खेल हुआ…
सीतापुर : जिला महिला अस्पताल में बच्चा बदलने का आरोप लगाकर परिवारजन ने गुरुवार को हंगामा किया। प्रसूता का आरोप है उन्होंने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था। इसके बाद अस्पताल की ओर से 50 हजार की मांग की गई। रकम न दे पाने पर उन्हें मृत बच्चा दिया गया। प्रसूता के पति ने मुख्यमंत्री के जनसुनवाई पोर्टल पर भी आनलाइन शिकायत की है।
पिता का आरोप- बच्चे को मां से अलग रखा गया
लखीमपुर खीरी के ओयल वार्ड की कल्पना देवी को प्रसव के लिए 19 फरवरी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रसूता के पति रविकुमार ने बताया कि रात में ही स्वस्थ बच्चे का जन्म हुआ। अस्पताल के एनआरसी वार्ड में बच्चा रखा गया और मां को उससे अलग रखा गया। कई बार उसे दिखाने के लिए कहा गया पर किसी ने बात नहीं सुनी। बुधवार रात में बताया गया कि बच्चे की मौत हो गई है।
अस्पताल प्रशासन की ओर से जब मृत बच्चा परिवारजनों के सुपुर्द किया गया तो वह उसे लेने से इन्कार करते हुए हंगामा करने लगे। परिवारजन ने मामले की शिकायत रात में ही कोतवाली पुलिस को दी गई। अस्पताल में पहुंचकर पुलिस ने जांच पड़ताल कर बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं कार्रवाई की मांग को लेकर गुरुवार सुबह परिवारजन ने फिर हंगामा करना शुरू कर दिया।
कराई जाएगी डीएनए जांच
अस्पताल में मृत बच्चे को लेकर हंगामा के बाद अस्पताल प्रशासन ने डीएनए (डी-आक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल) जांच कराने को कहा है। इसकी जांच रिपोर्ट से बच्चा किसका है यह स्पष्ट हो सकेगा।
बच्चो को दिखाया भी नहीं
प्रसूता कल्पना का कहना है कि अगर बच्चा गंभीर था तो उसे रेफर कर देना चाहिए था। बच्चा रेफर करना तो दूर की बात उसे दिखाया भी नहीं गया। सुबह 11 बजे गेट बंद कर दिया गया। पति ने जब बच्चा दिखाने की जिद की तो मना कर दिया। कुछ समय बाद बच्चे के मृत होने के बारे में जानकारी दी गई।
मिलीभगत से हुआ हंगामा
अस्पताल में किसी का भी बच्चा बदला नहीं जाता है। सारे आरोप निराधार है। अस्पताल के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से बच्चा बदले जाने को लेकर परिवारजन ने हंगामा किया है। कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई है। डीएनए जांच के साथ मृत बच्चे का पोस्टमार्टम भी कराया जा रहा है।
डा़ सुनीता कश्यप, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, महिला अस्पताल।