भू-माफिया का खेल: मुर्दा भी बोल रहा…मुझे बेचनी है अपनी जमीन
गोरखपुर। जिले में जमीन की जालसाजी करने वाले भू-माफिया कितने शातिर हैं, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि यह अपनी जरूरत के हिसाब से जिंदा को मुर्दा और मृत को जिंदा बना देते हैं। इनकी पैठ ऐसी कि जिंदा आदमी को खुद को जिंदा साबित करने के लिए पुलिस का सहारा लेना पड़ता है।
पुलिस केस दर्ज कर ऐसे आरोपियों को जेल भी भेज दी, अब इन पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली गई है। सभी बड़े जालसाजी के मामलों की विवेचना सीओ रैंक के अफसरों की देखरेख में कराई जा रही है, ताकि यह तय हो सके कि भू-माफिया के पीछे का मददगार कौन है?
जानकारी के मुताबिक, जिले में लगातार भू-माफिया पर पुलिस केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है, लेकिन इसके बाद भी इनके कारनामे बार-बार सामने आते रहते हैं। कहीं भी ऐसी कीमती जमीन नहीं बचती जो भू-माफिया की नजरों से बच जाए। इतना ही नहीं जमीन हड़पने के लिए अगर उन्हें जोर जबरदस्ती भी करनी होती है तो वे अपने शैतानी खोपड़ी और पैठ का इस्तेमाल कर रहे हैं।
जमीन को पहले किसी बाहर के आदमी को दिखाया जाता है और फिर पसंद आने पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसका बैनामा करा दिया जाता है। जिले में कई ऐसे भी केस आए हैं, जहां पर भू स्वामी को पता भी नहीं चला है, उसकी जगह दूसरे व्यक्ति को खड़ा कर जमीन बेच दी गई। इस खेल में भू स्वामी तो परेशान होता ही है, साथ ही सबसे अधिक नुकसान जमीन खरीदने वाले का होता है।
केस एक
पिता को मृत दिखाकर बेच दी जमीन
18 सितंबर 2023 को कैंट थाने में जालसाजी का केस दर्ज किया गया। रामगढ़ताल क्षेत्र के शिवपुर न्यू कॉलोनी निवासी सुक्खू ने अपने ही बेटे पर केस दर्ज कराया। बताया कि उनके छह बेटे और एक बेटी है। बड़े बेटे प्रदीप के संबंध भू-माफिया से है। आरोप है कि प्रदीप ने 15 जुलाई 2020 को पिता सुक्खू को कागजात में मृत घोषित कर उनकी जमीन अपने सहयोगी रवींद्र साहनी के साथ मिलकर रविंद्र की पत्नी साधना और गांव के भोला निषाद को बिना किसी अधिकार के बेच दी। पुलिस ने केस दर्ज कर कार्रवाई की।
केस दो
मौसी को मृत दिखाकर बेच दी 70 लाख की जमीन
26 दिसंबर 2023 को पिपराइच पुलिस ने दो आरोपियों को जेल भेजा। उनके खिलाफ उसकी मौसी निर्मला देवी ने केस दर्ज कराया था। जंगल क्षत्रधारी के टोला शाहपुर की निर्मला को मृत दिखाकर बहन के बेटों ने उनकी जमीन बेच दी। जानकारी होने के बाद निर्मला ने पिपराइच थाने में केस दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपी गुलरिहा जंगल अयोध्या प्रसाद के रहने वाले संतोष निषाद और सत्येन्द्र निषाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
केस तीन
मृत को जिंदा दर्शा कर बेच दी जमीन
चिलुआताल इलाके के रिटायर्ड शिक्षक गिरिजेश धर ने प्रार्थनापत्र में लिखा है कि वह तीन भाई हैं। बड़े भाई चंद्रमौली की मौत 2014 में हो गई। बाकायदा परिवार रजिस्टर में भी उनकी मौत दर्ज है, लेकिन बंटवारा न होने के कारण इंतखाब में भी उनका नाम दर्ज है। आरोप है कि बेलीपार व चिलुआताल के सात भू-माफिया ने मिलकर 18 अक्तूबर 2023 को उनके मृत भाई की जगह दूसरे व्यक्ति को खड़ाकर कूटरचित दस्तावेज बनाकर तीनों भाइयों की जमीन बैनामा करा ली।
भू-माफिया पर हुई बड़ी कार्रवाई
भू-माफिया संपत्ति जब्त
जवाहर यादव 4 अरब 50 लाख
ओमप्रकाश पांडेय 107 करोड़
भृगनाथ सिंह 8.5 करोड़
रामगोपाल यादव 1 अरब
गोरखपुर में जमीन के नाम पर तरह-तरह के जालसाजी के मामले रोज सामने आते हैं। पुलिस ऐसे मामलों में केस दर्ज कर आरोपियों को जेल भेजवा रही है। इसके साथ ही गैंगस्टर का केस दर्ज कर उनकी अवैध कमाई से अर्जित संपत्ति पर भी कार्रवाई की जा रही है। सभी बड़े मामलों की विवेचना सीओ रैंक के अफसरों की देखरेख में होती है, ताकि जो भी लोग जालसाजी में शामिल हैं, सभी पर कार्रवाई की जा सके।- डॉ. गौरव ग्रोवर, एसएसपी