चकिया, चंदौली। ज्ञान की देवी मां सरस्वती का पूजनोत्सव बसंत पंचमी यानि आज क्षेत्र जनपद सहित पूरे प्रदेश व देश में हर्षो उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। आज ही के दिन भगवान भोले नाथ का तिलक भी चढ़ाया जाता है। माता पार्वती के साथ महाशिवरात्रि के दिन विवाह आयोजित किया जाता है। चकिया नगर में भी बसंत पंचमी का पर्व पूरे हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। लोग सुबह-सुबह उठकर स्नान करने के उपरांत बाबा जागेश्वर नाथ, काली मंदिर, दुर्गा मंदिर में जाकर शीश नवाते हुए मनोकामना की पूर्ति के लिए गुहार लगाये।
वहीं नगर में गंगा जमुनी तहजीब का उदाहरण कई वर्षो से श्री-श्री सरस्वती पूजा समिति महाराजा के किला के तरह देखने को मिल रहा है। जहां सरस्वती पूजा पूजनोत्सव की जिम्मेदारी युवा मुस्लिम युवक राज अहमद हर दिन अपने कमेटी के साथ निभा रहे हैं। लगातार 7वें वर्ष भी राज अहमद फरदीन मां ज्ञान दायिनी की प्रतिमा महाराजा किला के पास स्थापित किया गया है। जहां समिति के सदस्यों के साथ युवा समाजसेवी गंगा जमुनी तहजीब को आगे बढ़ा रहा है। फरदीन अहमद ने बताया मां के पूजा से बड़ा ही सुकुन मिलता है। अपने समिति के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों से दायित्वों का निर्वाह किया जा रहा है। मां की विदाई भी पूरे विधि विधान से किया जायेगा। समिति के महामंत्री सुमित मद्धेशिया, सुभम सोनी, कोषाध्यक्ष बादल श्रीवास्तव, व्यवस्थापक सुमित मद्धैशिया भी कंधे से कंधा मिलाकर सरस्वती पूजनोत्सव को संपन्न कराने में लगे हुए है।