Sunday, May 5, 2024
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ममेरी से फुफेरी बहन को हुआ प्‍यार… तोड़ दिया युवक से शादी का बंधन, 7 महीने बाद दोनों आईं घर; फिर…

 बलिया (बेगूसराय)। बेगूसराय में एक बार फिर दो रिश्तेदार बहनों का समलैंगिक संबंध चर्चा का विषय बना है। आपस में ममेरी-फुफेरी दोनों बहन अपने घर से बीते सात महीने से लापता थीं। दोनों के स्वजनों ने बलिया थाना में प्राथमिकी भी अंकित कराई थी।

शुक्रवार को दोनों अचानक बलिया थाना पहुंच गईं और एक वर्ष पूर्व ही समलैंगिक शादी करने की बात कहते हुए पुलिसकर्मियों को भी आश्चर्य में डाल दिया। बलिया थाना महिला हेल्प डेस्क प्रभारी चांदनी कुमारी ने दोनों की चिकित्सकीय जांच व न्यायालय में 164 का बयान अंकित कराया है।

दोनों के वापस लौटने के बाद परिवारों में तनाव

न्यायालय ने दोनों को साथ रहने की अनुमति दी है, बलिया पुलिस ने भी दोनों को साथ भेज दिया है। हालांकि, समलैंगिक बहनों के वापस लौटने के बाद दोनों परिवार में तनाव है।

मिली जानकारी के अनुसार, बलिया थाना के एक गांव में अपने ननिहाल आई शादीशुदा युवती को ममेरी अवविवाहित ममेरी बहन के प्रति ऐसा आकर्षण हुआ कि दोनों के समलैंंगिक रिश्ते बन गए। फुफेरी बहन ने वैवाहित रिश्ते से किनारा कर लिया, वहीं ममेरी बहन ने भी उसके साथ जीने करने की कसम खाकर शादी कर ली।

स्वजनों द्वारा विरोध किए जाने पर सात माह पूर्व दोनों अपने घर से भाग गई थीं और कोलकाता व दिल्ली में काम कर जीवनयापन करने लगीं। इधर, स्वजनों व पुलिस द्वारा दबिश बनाए जाने पर दोनों बलिया थाना पहुंच गई।

स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि दो दिन पूर्व दोनों गांव लौटीं, लेकिन स्वजनों द्वारा लाख समझाने-बुझाने को उनपर कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद स्वजन दोनों को बलिया थाना ले गए।

पूर्व में भी चर्चा में रहे हैं समलैंगिक रिश्ते

बेगूसराय में इसके पूर्व भी लड़कियों के समलैंगिक रिश्ते चर्चा का विषय बनते रहे हैं। जून 2020 में झारखंड के चतरा में एक साथ काम करने वाली समलैंगिक सहेली पूजा वर्मा व सपना कुमारी भी नगर थाना पहुंची थी।

स्वजनों ने सपना की शादी बेगूसराय के पटेल चौक पर कर दी। शादी के सात दिन बाद ही पूजा वर्मा सपना कुमारी के पटेल चौक स्थित ससुराल पहुंच गई और साथ रहने की जिद पर अड़ गई।

ससुराल पक्ष ने पुलिस से गुहार लगाई, लेकिन दाेनों बालिग सहेलियां न्यायालय के आदेश पर साथ-साथ झारखंड रवाना हो गई। 15 जून 2023 को बेगूसराय व्यवहार न्यायालय में समलैंगिक शादी करने पहुंची दो लड़कियां चर्चा का विषय बन गई।

स्वजनों द्वारा समझाने बुझाने के क्रम में हुए हंगामे के बाद अधिवक्ताओं ने दोनों से बंध पत्र बनवा कर महिला थाना को सौंप दिया था। महिला थाना ने दोनों को बालिग बताते हुए न्यायालय के आदेश पर एक साथ रहने की अनुमति दी थी।

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