रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया DPRO का लिपिक, सफाईकर्मी की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने की छापेमारी……..
लखनऊ पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
जनपद फर्रुखाबाद विकास भवन स्थित डीपीआरओ कार्यालय के लिपिक को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते एंटी करप्शन टीम ने गिरफ्तार कर लिया। सफाईकर्मी से उसने एक लाख 83 हजार के बकाया भुगतान के लिए 80 हजार रुपये मांगे थे। कार्यालय से ही गिरफ्तारी होने से अन्य कर्मचारी सहमे नजर आए।
जिला पंचायती राज विभाग के सफाईकर्मी राजेश बाथम फरवरी 2022 में निलंबित हो गया था। सवेतन बहाल होने के बाद उनका करीब छह माह का वेतन एक लाख 83 रुपये का भुगतान लटका था। वेतन निकालने के लिए लिपिक राकेश कुमार ने 80 हजार रुपये की मांग की। उसने बाइक गिरवीं रखकर 10 हजार रुपये दे दिए। इसके बावजूद भुगतान न होने पर सफाईकर्मी ने एंटी करप्शन थाना कानपुर में शिकायत की।
इस पर बुधवार को दो वाहनों से 10 सदस्यीय टीम विकास भवन पहुंची। टीम द्वारा थमाए गए 10 हजार रुपये सफाईकर्मी राजेश ने लिपिक को दिए। मौके पर ही एंटी करप्शन टीम ने लिपिक राकेश कुमार को दबोच लिया। यह देख सभी विभागों के कर्मचारी भौचक्के रह गए। टीम लिपिक को खींचते हुए गेट तक ले गई। वाहन में बैठाकर फतेहगढ़ कोतवाली ले जायागया। लिपिक से कोतवाली में गहनता से पूछताछ जारी है।
बताया जा रहा है कि लिपिक की जेब से 69 हजार 400 रुपये बरामद हुए। इसका अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे पहले लिपिक अन्य कर्मचारियों से भी रिश्वत के रुपये ले चुका था। विभागीय कर्मचारियों का कहना है कि लंबित वेतन भुगतान और लोन के नाम पर बिना रिश्वत लिए कोई काम नहीं होता था। एंटी करप्शन टीम ने लिपिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।