सड़क हादसे में पिता.पुत्र की मौत, हेलमेट होता तो बच सकती थी जान, परिवार में मचा कोहराम……
डेरवा, गोरखपुर । गोरखपुर जिले के बड़हलगंज कोतवाली क्षेत्र के पिड़हनी चौराहे के पास सड़क हादसे में पिता.पुत्र की मौत हो गई। हादसे के बाद वाहन चालक फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई की। उधर परिवार के दो लोगों की मौत से घर में कोहराम मच गया है।
ऐसे हुआ हादसा
कोतवाली क्षेत्र के सीधेगौर के जहीर 36 वर्ष अपने बेटे सलमान 12 वर्ष के साथ शुक्रवार की सुबह किसी काम से बाइक से बड़हलगंज जा रहे थे। अभी वह पिड़हनी चौराहे के पास पहुंचे थे कि किसी अज्ञात वाहन ने ठोकर मार दिया। पिता.पुत्र की मौके पर ही मृत्यु हो गई।
चौराहे के लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची और शवों की पहचान के लिए स्वजन को बुलाया। पिता.पुत्र की मृत्यु पर परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों हेलमेट नहीं पहने थे। सीसी कैमरे और अन्य माध्यम से पुलिस वाहन का पता लगाने में जुटी है।
फरियादी ने खोली दीवान की पोल, एसएसपी ने किया निलंबित
शिकायतकर्ता को फोन कर एसएसपी ने पीपीगंज थाना पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में पूछा तो दीवान ;मुख्य आरक्षी, की पोल खुल गई। पता चला कि मेडिकल के नाम पर उसने एक हजार रुपये लिए हैं। पूछताछ व जांच के बाद शुक्रवार को एसएसपी ने उसे निलंबित कर दिया। सीओ कैंपियरगंज पूरे प्रकरण की जांच करेंगे। उनकी रिपोर्ट के आधार पर विभागीय कार्रवाई होगी। सोमवार दोपहर में एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने चिलुआताल, कैंपियरगंज व पीपीगंज थाने का निरीक्षण करने के साथ लोगों से बात की थी।
शिकायत लेकर आए लोगों की बात सुनने के साथ ही समाधान कराया। तीनों थानों पर जनसुनवाई रजिस्टर को लेकर दस शिकायतकर्ताओं से बात की। पीपीगंज में मारपीट की शिकायत करने वाले व्यक्ति के पास फोन करने पर उसने बताया कि मेडिकल के नाम पर दीवान रंजन तिवारी ने एक हजार रुपये लिए थे। आरोप की पुष्टि होने पर एसएसपी ने उसे निलंबित किया। एसएसपी ने बताया कि शेष नौ लोगों से बात करने पर फीडबैक सही मिला। उन्होंने कहा कि शिकायतों में लापरवाही मिली तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई होगी।