पुलिस का बर्खास्त सिपाही चला रहा गिरोह, एक ही शख्स के खिलाफ चार बार दर्ज कराया गया दुष्कर्म का केस, एसपी करेंगे जांच….
गोरखपुर। बर्खास्त सिपाही पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वाले गिरोह के संचालन का आरोप लगा है। एडीजी कार्यालय पहुंचे पीड़ित ने आपबीती सुनाने के साथ ही अपने विरुद्ध दर्ज दुष्कर्म के चार फर्जी मुकदमे की जानकारी दी। एडीजी ने एसपी साउथ को जांच सौंपने के साथ ही निर्देश दिया है कि मामला अगर सही है तो बर्खास्त सिपाही व सहयोगियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेजें।
यह है पूरा मामला
तिवारीपुर तकिया के रहने वाले बृजेश ने बताया कि सुराती देवी नाम की एक अज्ञात महिला ने उनके ऊपर बस्ती और गोरखपुर जिले में चार बार दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। बार.बार फर्जी मुकदमा दर्ज होने की वजह से उनका पूरा परिवार मानसिक रूप से परेशान है। इसके पीछे उत्तर प्रदेश पुलिस के बर्खास्त सिपाही का हाथ है, जो उनके मकान में किराए पर रहता था।
वर्ष 2021 में सिपाही ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। तिवारीपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा। वह नौकरी से बर्खास्त हो गया है। छूटने के बाद साजिश के तहत उन्हें फर्जी मुकदमे में फंसा रहा है, ताकि उसके विरुद्ध चल रहे मुकदमे में समझौता हो जाए। बर्खास्त सिपाही और मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला का गिरोह है।
हास्पिटल संचालक व दो महिलाओं को पुलिस ने भेजा था जेल
19 अक्टूबर को शाहपुर पुलिस ने छेड़खानी व दुष्कर्म का फर्जी मुकदमा दर्ज कराकर रुपये वसूलने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। हास्पिटल संचालक विनय सिन्हा ने व्यापार के नाम पर कई लोगों से रुपये लिए थे। वापस मांगने पर फर्जी मुकदमा दर्ज करवाता था। उसके गिरोह में देवरिया जिले की रहने वाली दो महिलाएं व एक युवती शामिल थीं। 10 दिन पहले पुलिस ने दोनों महिलाओं को भी रंगदारी मांगने व धमकी देने के मुकदमे में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इनके विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज करने की तैयारी है।
एडीजी जोन अखिल कुमार ने कहा कि एक ही व्यक्ति पर अलग.अलग थानों में चार बार दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने का मामला संज्ञान में है। बर्खास्त सिपाही पर महिला की मदद से मुकदमा दर्ज कराने का आरोप है। एसपी साउथ मामले की जांच करेंगे। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी।