साहब…..पत्नी फोन पर बात करती थी, बांके से काट डाला, मुझे गिरफ्तार कर लो, सन्न रह गए पुलिसकर्मी…..
लखनऊ। अवैध संबंधों के शक में दरगाह थाना क्षेत्र निवासी एक सरफिरे पति ने अपनी पत्नी की बांके से काट कर हत्या कर दी। हत्या के बाद वह स्वयं थाना पहुंचा और पुलिस को जानकारी दी। हत्यारोपी की सूचना से पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया और थाना प्रभारी हरेन्द्र मिश्रा दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। हत्या के बाद से मोहल्ले में अफरातफरी का माहौल है।
दरगाह थाना क्षेत्र के मोहल्ला सलारगंज निवासी आसिफ ने लगभग पांच साल पूर्व श्रावस्ती जिले के सोनवा थाना क्षेत्र के नेवरिया निवासी रेशमा 33 वर्ष के साथ निकाह किया था। वह रेशमा के साथ किराए पर कमरा लेकर दरगाह थाना क्षेत्र के नूरुद्दीन चक में रहता था। बीते कुछ महीनों से आसिफ को रेशमा पर आशनाई का शक था। उसे शक था, कि रेशमा उसे धोखा दे रही है और उसका किसी दूसरे व्यक्ति के साथ संबंध है जिसको लेकर शनिवार की रात आरिफ ने सोते समय रेशमा पर लोहे की पाइप से वार कर दिया।
इसके बाद बेहोशी की हालत में उसने बांके से उसका गला काट दिया। पत्नी की हत्या के बाद वह स्वयं दरगाह थाना पहुंचा और थाना प्रभारी को पत्नी की हत्या करने की बात बताई। आरिफ की बात सुनकर सभी पुलिसकर्मी सन्न रह गए और तत्काल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थानाध्यक्ष हरेंद्र मिश्रा ने बताया कि आरिफ को पत्नी पर शक था। रेशमा फोन पर किसी से बात कर रही थीए, जिसको लेकर उसने हत्या कर दी। मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
पति की मौत पर आरिफ से की थी दूसरी शादी, पहले पति से हैं दो बच्चे
मृतक रेशमा ने आरिफ से दूसरा निकाह किया था। रेशमा की मां श्रावस्ती जिले के नेवरिया निवासी कनीजा व पिता अली शाह ने बताया कि रेशमा के पहले पति से उसके दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी उजली 7 वर्ष व बेटा असलम 6 वर्ष साल का है। पति की मौत के बाद बच्चों की देखरेख के लिए रेशमा ने आरिफ से निकाह किया था। दोनों ने बताया कि निकाह के बाद से दोनों के संबंध बहुत अच्छे थे।
उन्होंने बताया कि आरिफ, रेशमा और बच्चों के साथ कानपुर चला गया था और वहीं रहता था लेकिन पांच दिन पूर्व वह परिवार समेत वापस आ गया और नूरुद्दीन चक में किराए पर कमरा लेकर रहता था। दोनों ने बताया कि आरिफ के मन में क्या चल रहा है, इसका अंदाजा किसी को भी नहीं था।
मकान स्वामी बोले, खुशी.खुशी 12 बजे तक जगे थे दोनों, नहीं हुआ शक
रेशमा और आरिफ जिस मकान में रहते थे उसकी मकान स्वामी नाजमा व राहुल ने बताया कि शनिवार को दोनों खुश थे। आरिफ मछली लेकर आया था और दोनों रात 12 बजे तक जग रहे थे। दोनों ने बताया कि उन लोगों को लड़ाई झगड़े की कोई आवाज नहीं आई। जब देर रात घर पर पुलिस पहुंची तब उन लोगों को रेशमा की हत्या की जानकारी हुई।