चकिया नगर में आज भी जिंदा है गंगा जमुनी की तहजीब…….
फरदीन अहमद उर्फ राज निभा रहा है पूजा कमेटी के अध्यक्ष का दायित्व
चकिया, चंदौली। गंगा जमुनी की मिसाल चकिया नगर में आज भी कायम है। जहां कुछ लोग मुस्लिम, हिंदू करके लोगों को बांटना चाहते हैं लेकिन यहां तो ऐसा मिसाल है जो आप सोचने पर एक बार जरूर मजबूर हो जाएंगे। हम बात कर रहे हैं चकिया नगर स्थित किला रोड़ पर स्थापित सरवस्ती पूजा समिति महाराजा किला की। जहां चार वर्षो से लगातार पूजा कमेटी का अध्यक्ष बनकर फरदीन अहमद उर्फ राज परंपरा का निर्वाह पूजा कमेटी के सदस्यों के साथ कर रहा है।
बता दें कि मुस्लिम, हिंदू करके भड़काने वाले लोग तो बहुत हैं लेकिन इनको जोड़कर एक साथ लेकर चलने वाले शायद ही कम लोग मिलते हैं। सरस्वती पूजा कमेटी के अध्यक्ष फरदीन उर्फ राज 2018 से प्रत्येक वर्ष राजा के किला समीप सरस्वती मां की मूर्ति का स्थापना कर अपने कमेटी के साथ मिलकर कर रहे हैं। यह एक ऐसी मिशाल बन गये हैं जिनकों प्रत्येक वर्ष यह जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। चकिया नगर में आज भी सतियों से चली आ रही गंगा जमुनी तहजीब कायम है। जहां लोग एक दूसरे के साथ मिलकर त्यौहारों को हर्षोल्लास के मनाते हैं।
नगर का यह युवा राज शुक्रवार/शनिवार की रात्रि एक बजे कमेटी के सदस्यों के साथ मां वीणा वादिनी की प्रतिमा मंत्रोउच्चारण के साथ स्थापित कराया। जिसके बाद सुबह शाम होने वाले आरती में सम्मलित होकर परंपरा का निर्वाह कर रहा है। उसने बताया कि जाति धर्म तो हम धरती पर करते हैं लेकिन भगवान अल्लाह की नजर में हक सब एक हैं। कभी भी किसी के बहकावें में आकर हमें ऐसा नही करना चाहिए। जिससे हमेशा पच्छताना पड़े। जिससे आपसी सौहार्द खराब हो। पूजा पाठ से बड़ा ही सुकून मिलता है। हम अपने कमेटी के सदस्यों के साथ मिलकर इस परंपरा का निर्वाह कर रहे हैं। जब तक कमेटी के सदस्यों की इच्छाहोगी तब तक मैं निर्वाह करता रहूंगा। सोमवार को विधिवत हवन पूजन के बाद मां की प्रतिमा को विसर्जित किया जायेगा। इस दौरान कमेटी के कमेटी के कमलेश, आशु, सूरज, राज तिवारी, पवन सहित अन्य मौजूद रहें।