चकिया: लगाए गए पौधे नष्ट होने के मामले को DM ने लिया गम्भीरता से, बनाया दो सदस्यीय समिति…… एसडीओ वन व तहसीलदार ने मौके पर जाकर किया निरीक्षण, नहीं मिले लगे पौधें…….. डीएम को जांच रिपोर्ट भेजने से पहले तहसीलदार ने नगर पंचायत के कर्मचारी को कहा फिर लगाओ पौधे……. चकिया चेयरमैन व सभासद ने EO को पौधरोपण के पहले टी गार्ड लगाने की बात कहां था तब भी नहीं लगाया गया
चकिया, चंदौली। पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क ने शुक्रवार को नगर स्थित वार्ड नंबर 4 घटमापुर में बने पार्क में नगर पंचायत की ओर से लगभग 80 से 100 पौधे रोपित पूर्व में किया गया जो मात्र 3 दिन में नष्ट होने की खबर प्रमुखता से प्रसारित किया। पूर्वांचल पोस्ट द्वारा खबर प्रसारित करते ही प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई। इसके बाद मामले को संज्ञान में लेते हुए जिला अधिकारी निखिल टी फुंडे ने दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया। शनिवार की सुबह जांच कमेटी में काशी वन जीव प्रभाग रामनगर के एसडीओ सत्यपाल प्रकाश, तहसीलदार चकिया सुरेंद्र चंद्र ने मौके पर पहुंचकर देखा तो एक भी पौधे पार्क में नहीं थे।
जिसका जवाब नगर पंचायत के जिम्मेदार कर्मचारियों के से मांगा। पौधारोपण के पूर्वी ही चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव व वार्ड के सभासद केसरी नंदन ने पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड सहित पीलर लगाए जाने की मांग उठाया था।
बतादें कि नगर स्थित वार्ड नंबर 4 घटमापुर में बने पार्क में मात्र चार दिन पहले नगर पंचायत प्रशासन द्वारा पौधा रोपित किया गया था। जिसमें तमाम लापरवाही बरती गई थी। जिसका परिणाम यह रहा कि 70 से 80 पौधे मात्र 3 दिन में ही नष्ट हो गए। जिसे लेकर पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क ने प्रमुखता से खबर प्रसारित किया। खबर प्रसारित होते ही जिला अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लिया। मामला जिला अधिकारी के संज्ञान में आते ही जिलाधिकारी द्वारा दो सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया। जांच टीम में काशी वन्य जीव प्रभाग रामनगर के एसडीओ सत्यपाल प्रकाश, चकिया रेंजर अश्विनी चौबे, तहसीलदार चकिया सुरेंद्र चंद्र को जांच सौंपी गई थी। जांच टीम ने शनिवार की सुबह पार्क में पहुंचकर जांच किया तो मौके पर एक भी पौधे नहीं मिले।
वहीं जांच टीम के जाने के बाद नगर पंचायत फिर पौधे लगाने लगा। उनको डर है कि कहीं जिलाधिकारी कार्केरवाई न कर दें। वही नगर पंचायत प्रशासन के पौधारोपण से पहले ही चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव व सभासद केसरी नंदन द्वारा पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गर्ड सहित अन्य सुरक्षा के बंदोबस्त करके पौधरोपण करने की बात कहां था। लेकिन नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी इन बातों को अनसुना करते हुए टाल दिया। जिसका नतीजा यह रहा कि पौधे मात्र तीन दिन में ही पूरी तरह नष्ट हो गए। अब देखना है कि जिलाधिकारी को जांच टीम क्या रिपोर्ट भेजती हैं। लेकिन यह समझ के परे है कि बिना जांच रिपोर्ट डीएम को भेजें ही तहसीलदार ने नगर पंचायत के कर्मचारी को फिर से पौधे लगवाने का निर्देश दे दिया। कार्रवाई की डर से आनन फानन में नगर पंचायत प्रशासन फिर से पौध लगाने लगें।
इस दौरान चकिया वन क्षेत्राधिकारी अवश्नी चौबे, सभासद केशरी नन्दन, डिप्टी रेंजर आनंद दूबे, लेखपाल, सफाई नायक गुलाब मौर्य, अनिल सहित अन्य अधिकारी व वन कर्मी मौजूद रहे।