पुलिस ने खुद शिक्षक के बाइक में रखा तमंचा, आर्म्स एक्ट में गिरफ्तार कर ले गई….सीसीटीवी से करतूत आई सामने, दो सिपाही लाइन हाजिर…… पूर्व सीएम ने साधा निशाना
मेरठ। पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
यूपी पुलिस का हैरान करने वाला चेहरा सामने आया है। यहां खरखौदा पुलिस ने शिक्षक अंकित त्यागी की बाइक से देशी तमंचा बरामद दिया। इसके बाद अंकित को गिरफ्तार किया गया। हालांकि एक चूक ने पुलिस की पोल खोल दी। पुलिसकर्मी घर में लगे सीसीटीवी को बंद करना भूल गए। क्योंकि अंकित की बाइक में तमंचा रखते हुए एक सिपाही इस फुटेज में कैद हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि खुद ही रखकर फिर करते हैं बरामद, झूठी है इनकी दबिश और झूठी है हिरासत”
एसपी देहात कमलेश बहादुर की जांच रिपोर्ट में सिपाहियों की गलती सामने आई है।एसएसपी ने 2 सिपाहियों को लाइन हाजिर भी किया है। वहींए आईजी मेरठ ने पूरे मामले में जांच रिपोर्ट तलब की है। इस मामले में अंकित त्यागी की बहन और परिवार की महिलाएं धरने पर भी बैठ गईं। उनका भी वीडियो सामने आया है
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खरखौदा के खंदावली गांव के किसान अशोक त्यागी का अपने पटीदारों से जमीन विवाद चल रहा है। कोर्ट में मामला विचाराधीन है। आरोप है कि दूसरे पक्ष के साथ मिलकर पुलिस अशोक और उनके परिवार का उत्पीड़न कर रही है। मंगलवार रात को पुलिस उनके घर आई। उस समय अंकित घर पर मौजूद था। पुलिस ने तलाशी ली तो उन्हें कुछ नहीं मिला।
इसके बाद अंकित घर से बाहर चला गया, जबकि पुलिसकर्मी घर पर ही रुके रहे। इसके कुछ बाद अंकित की बाइक से एक तमंचा बरामद किया गया। आरोप है कि अशोक के बेटे को फंसाने के लिए ये तमंचा रखा गया। इसके बाद अंकित के घर लौटते ही पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और थाने लेकर गई। आर्म्स एक्ट में मुकदमा भी लिख दिया। हालांकि जब सीसीटीवी सामने आया तो पूरा मामला खुल गया।
मेरे भाई को पुलिस गलत तरीके से पूरे मामले में फंसा रही है। सर हमारे भइया को छुड़वा दो….। ये अल्फाज दो महिलाओं के हैं। जो मेरठ के आईजी नचिकेता झा के घर पहुंची थीं। वक्त देर रात का था। गोद में बच्चा था। सिक्योरिटी गार्ड गेट पर मौजूद था। लेकिन महिलाओं की गुहार के बावजूद आईजी से मुलाकात नहीं कराई गई। ये घटना 26 सितंबर की बताई जा रही है। लोग इसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं।
आईजी मेरठ नचिकेता झा के दफ्तर के बाहर के इस वीडियो में दो महिलाएं नजर आ रहीं हैं। एक महिला के गोद में बच्चा भी है। महिलाएं काफी देर तक गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड्स से कहती हैं कि उन्हें अफसर से मिलवा दें। पीड़ितों में आए एक महिला कहती है। सर से बात करनी है। उसके भाई को गलत तरीके से पुलिस फंसा रही है।
काफी देर बाद गेट पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड मोबाइल पर किसी से बात करता है। गार्ड कहता है कि सर ये खरखोदा थाने का जो मामला है। उसकी महिलाएं आई हैं। आपसे बात कराने के लिए कह रही हैं। इतना कहकर सिक्योरिटी में तैनात सिपाही महिला को मोबाइल देता है।
सर आपके पास वीडियो पहुंच गई होगी
महिला ने कराहते हुए कहा नमस्ते सर….सर आपके पास वीडियो पहुंच गई होगी। सर हम बहुत परेशान हैं। पुलिस वाले कट्टे रखकर हमारे घर के आदमी को बैठा रखा है। हम घर के बाहर खड़े हैं। पुलिस वाले हमारे घर जाकर हमें पीट रहे हैं। अपने बालकों को लिए हम खड़े हैं बाहर। इसके बाद महिला रोने लगती है।
दूसरी महिला कहती है, भइया छुड़वाओ हमारा, बैठा रखा है। सर हमारे भइया को छुड़वा दो। तभी फोन पर बात करती हुई महिला कहती है कि सर रिकार्डिंग डीवीआर में है। हमारे फोन में रिकार्डिंग है। इसके बाद फोन सिक्योरिटी गार्ड को दे दिया जाता है।
पुलिस ने शिक्षक अंकित त्यागी को मंगलवार देर रात अरेस्ट किया। उसकी बहन राखी त्यागी का कहना है कि मेरा चार साल का बच्चा अस्पताल में भर्ती है। हम रात 1 बजे से आईजी साहब के दफ्तर के बाहर खड़े हैं। मेरे बच्चे को 103 बुखार है। हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही। कोई एक्शन नहीं हो रहा। पुलिस हमारे पीछे पड़ी है।
हमें अधिकारियों से मिलने नहीं दिया जा रहा
अंकित की बहन ने बताया हम अधिकारी से मिलना चाहते हैं। लेकिन हमें मिलने नहीं दिया जा रहा। एसओ पर बदतमीजी का आरोप भी लगाया है। आरोप है कि सीओ बार.बार डीवीआर मांग रहे हैं। पीड़िता का कहना है कि सीओ उसे जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं। पुलिस हमारे पीछे पड़ी है। कह रही है हम उसे धमकी दे रहे हैं। हमारा आपसी विवाद चल रहा है। उस पर कोई एक्शन नहीं हुआ उल्टा पुलिस हम पर ही आरोप लगा रही है। हम बड़े अधिकारी को ही डीवीआर देंगे।
मामले पर आईजी नचिकेता झा का कहना है कि महिलाएं सुबह अपनी शिकायत लेकर पहुंची थीं। उनकी शिकायत के आधार पर मामले की पूरी जांच कराई जा रही है। सीनियर रैंक के पुलिस ऑफिसर पूरे मामले को शिकायत के आधार पर इंवेस्टीगेट कर रहे हैं। जांच के बाद जो भी वास्तविकता सामने आएगी। उसके अनुसार एक्शन लिया जाएगा।
मुरादनगर की ईदगाह कालोनी में हुई शाहिर की मौत के मामले में बुधवार को एक और वीडियो सामने आया। इस वीडियो में शाहिर ने मुरादनगर थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। दरोगा पर भी दो हजार रुपए रिश्वत का आरोप है।
शाहिर वीडियो में कह रहा है कि थाना प्रभारी ने 26 जून 2023 को अपने कार्यालय बुलाया और धमकाया। उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। एनकाउंटर करने की भी धमकी दी। पूर्व विधायक वहाब चौधरी, नगरपालिका ईओ अभिषेक सिंह समेत पांच पर लगे आरोपों का वीडियो सोशल मीडिया पर आया है।
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