कत्ल कर शव के साथ 70 किमी सफर, कार में बैठने के कुछ मिनट बाद ही हत्या, पुलिस रही अनजान…….
लखनऊ। मानसी यादव हत्याकांड में पुलिस की शुरुआती जांच में कई अहम खुलासे हुए हैं। मानसी को कार में बैठाने के कुछ मिनट बाद ही आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी थी। तब वह कुर्सी रोड पर ही थी। यहां से बाराबंकी के मसौली टोल प्लाजा को क्रॉस करते हुए सरयू पुल तक गए।
मतलब तकरीबन 70 किमी तक आरोपियों ने कार में लाश डालकर सफर किया था। आरोपियों ने बेखौफ होकर वारदात को अंजाम दिया और लाश लेकर घूमते रहे। लेकिन दो जिलों की पुलिस को भनक तक नहीं लगी। ये बड़ी लापरवाही और नाकामी है।
उधर संदिग्ध जावेद अंडरग्राउंड हो गया है। पुलिस ने उसके परिजनों से पूछताछ की है। उन्होंने घटना की जानकारी स्वीकारी है। बाराबंकी के देवा की 22 वर्षीय मानसी यादव की ऑनलाइन गेमिंग के जरिये खदरा निवासी जुनैद से दोस्ती हो गई थी। फिर दोनों का प्रेम प्रसंग हो गया था। मानसी जुनैद पर शादी करने का दबाव बना रही थी।
जुनैद पहले से शादीशुदा था। इसलिए चार सितंबर को उससे पीछा छुड़ाने के लिए जुनैद के भाई अरशद ने अपने साथी सलमान के साथ मिलकर मानसी की हत्या कर शव सरयू पुल से नदी में फेंक दिया था। एसटीएफ ने चार दिन पहले वारदात का खुलासा कर दोनों आरोपियों को जेल भेजा था।
अब गुडंबा पुलिस प्रकरण की जांच कर रही है। इसमें सामने आया चार सितंबर को रात करीब साढ़े नौ बजे मानसी को टेढ़ी पुलिया के पास से सलमान और अरशद ने कार में बैठाया था। कुर्सी रोड पर ही चलती कार में उसकी हत्या कर दी थी। यहां से सरयू पुल करीब 70 किमी है।
वहां तक आरोपी कार में मानसी का शव लेकर गए। रात करीब 10ः45 बजे बाराबंकी के मसौली टोल प्लाजा को क्रॉस किया। दो जिलों की पुलिस को चकमा देकर आरोपियों ने आराम से शव ठिकाने लगा दिया था। गुडंबा इंस्पेक्टर नीतीश श्रीवास्तव ने बताया कि जांच में पता चला कि मानसी टेढ़ी पुलिया के आसपास कहीं पर किराये पर रहती थी।
ये कमरा जुनैद ने उसको दिलाया था। सलमान व अरशद पर कार्रवाई के दौरान जुनैद बच गया था। इसके पीछे बड़े खेल की चर्चा है। अमर उजाला ने उसकी भूमिका पर सवाल खड़े किए तो वह मोबाइल बंद कर अंडरग्राउंड हो गया है। इंस्पेक्टर ने बताया कि जुनैद स्क्रैप का काम करता है। उसके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं। वह जल्द पकड़ा जाएगा।