चकियाः कजरी महोत्सव में कलाकारों ने बारिश के बीच भी बांधा समा, कलाकारों के गीत सुन आनंद में झूम उठे श्रोता……
चकिया, चंदौली। कौमी एकता के प्रतीक बाबा बनवारी दास व लतीफशाह मेले के दूसरे दिन भगवान कृष्ण के बरही के उपलक्ष्य में 1914 से चली आ रही विराट कजरी प्रतियोगिता के परंपरा का निर्वाह गुरुवार को नगर पंचायत द्वारा उपजिलाधिकारी आवास परिसर में किया गया। आयोजित विराट कजरी प्रतियोगिता का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक कैलाश आचार्य व उपजिलाधिकारी कुंदन राज कपूर, भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा, मंडल अध्यक्ष संतोष सिंह संयुक्त रुप से मां सरस्वती के तैल चित्र पर पुष्प व दीप प्रज्वलित करके किया। खबर लिखे जाने तक ऐतिहासिक कजरी प्रतियोगिता भारी श्रोताओं के बीच चल रहा था। बीच-बीच में बारिश ने भी व्यवधान डाला। इसके बावजूद श्रोता व कलाकार डटे रहें। नगर पंचायत की ओर से सभी सभासदों ने विधायक, एसडीएम सहित अन्य अतिथियों को अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। पोखरे व किला रोड़ पर लगे मेले का क्षेत्रीय व स्थानीय लोगों ने घुमकर बच्चों के साथ लुफ्त उठाया। जिसके बाद कार्यक्रम में गायक मंगला सिंह चौहान ने मुख्य रूप से स्वागत गीत व सरस्वती वंदना गाकर शुरूआत किया।
ऐतिहासिक कजरी प्रतियोगिता में क्षेत्रीय सहित बनारस, मीरजापुर, सोनभद्र सहित अन्य जनपदों से आये कलकारों ने एक से बढ़कर एक विषय संबंधित व मन पसंद गीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को झुमने पर मजबूर किया। क्षेत्र की बेटी सानिया मंसूर ने कान्हा फिर से आवा ना विषय गीत पर अपनी प्रस्तुति कर भारी बारिश के बीच ऐसा समां बांध दिया कि लोग जाने की बजाय रूक गये, और गीत पर खूब झूम उठे। वहीं विधायक कैलाश आचार्य ने कहा कि बड़े ही गर्व की बात है कि हम सब इस ऐतिहासिक परंपरा को अपने आंखों से देख रहे हैं। यह एक ऐसी परंपरा है जो भारत के आजादी के पूर्व से ही चली आ रही है। 1914 से लंबा सफर बीताते हुए आज भी यह प्रतियोगिता आयोजित हो रही है। कौमी एकता का प्रतीक यह मेला हम सब मिलकर मनाते हैं। इतिहास को संजोने व इतिहास को वर्तमान से मिलाने का यह सबसे मजबूर स्तंभ हैं। कजरी गायन एक ऐसी परंपरा है जिसे सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। नगर पंचायत को साधुवाद है जो ऐसी परंपरा को निभा रहा है। वहीं एसडीएम ने कहा कि यह मेला कौमी एकता का प्रतीक है। ऐतिहासिक परंपरा को निभाना एक बड़ी गर्व की बात है। आज हम वर्तमान में रहकर इस बदलते दौर में भी ऐतिहासिक परंपरा को देख रहे हैं। मेला सभी के दिलों को जोड़ता है।
इस दौरान चेयरमैन गौरव श्रीवास्तव, पूर्व विधायक शारदा प्रसाद, भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष अभिषेक मिश्रा, मंडल अध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह, मंडल अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि डा. कुंदन गौंड, सुधाकर, विजयानंद द्विवेदी, विधायक प्रतिनिधि डा. केशवमूर्ति पटेल, संतोष सिंह राठौर के अलावा सभासद बादल सोनकर, तहसीन खान, केशरी नंदन, रवि गुप्ता, मीना विश्वकर्मा, उमेश चौहान, विजय वर्मा, ज्योति गुप्ता, कमलेश यादव, राधा देवी मोदनवाल, आशु गुप्ता, विजय विश्वकर्मा व परितोष गुप्ता व निर्णायक मंडल में मुसे मुहम्मद जानी, हरिवंश सिंह बवाल व स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव आदि लोग मौजूद रहे। वहीं कार्यक्रम का संचालन नरेन्द्र लाल श्रीवास्तव व आशु मिश्रा पत्रकार ने किया।