Monday, April 29, 2024
उत्तर-प्रदेशबरेली

अग्निवीरों के प्रथम बैच की हुई पासिंग आउट परेड, 164 जांबाजों ने ली देश पर मर मिटने की शपथ…..

बरेली। भारतीय सेना अब मजबूत हो रही है। बरेली में भारतीय सेना के अग्निवीर जवानों के पहले बैच की शनिवार को जाट रेजीमेंट सेंटर के बक्शी परेड ग्राउंड में पासिंग आउट परेड हुई। इस परेड में जवानों का जज्बा देखने लायक था। छह माह का कठिन प्रशिक्षण पूरा कर 164 जवान भारतीय सेना का हिस्सा बने।

मैदान में उतरे जांबाजों ने जोशीले अंदाज में परेड कर लोगों में देश प्रेम का जज्बा भरने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी। इस भव्य पासिंग आउट परेड में 164 अग्निवीरों के प्रथम बैच ने 31 सप्ताह के कठिन परिश्रम के पश्चात अपने देश की आन, बान और शान की रक्षा करने के लिए अंतिम पग रखा और भारतीय सेना के अभिन्न अंग बन गए । 164 अग्निवीर अब भारत की रक्षा में अपनी जान भी न्यौंधावर करने के लिए तैयार हैं।

जाट रेजिमेंट का वीरता से भरा हुआ गौरवशाली इतिहास
शनिवार को जाट रेजिमेंटल सेंटर, बरेली के बक्शी परेड ग्राउंड में आयोजित परम्परागत पासिंग आउट परेड में बतौर समीक्षा अधिकारी लेफ्टि, जनरल बी. एस. राजू, पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, जनरल अफसर कमांडिंग इन चीफ, दक्षिण पश्चिम कमान और कर्नल ऑफ द जाट रेजिमेंट ने अपने संबोधन में कहा कि जाट रेजिमेन्ट का वीरता से भरा हुआ गौरवशाली इतिहास रहा है। अपने देश की सेवा में जाट रेजिमेन्ट के बहादुर जवानों ने अपना सर्वस्व बलिदान करते हुए न केवल जाट रेजिमेन्ट का अपितु राष्ट्र के गौरव को भी बढ़ाया है ।

उन्होंने सभी अग्निवीरों को जाट रेजिमेंट की इस वीर गाथा को आगे भी जारी रखने हेतु प्रोत्साहित किया और उनसे भारतीय सेना की गौरवशाली परम्परा का निर्वहन करते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए अपनी प्रबल इच्छा जाहिर की । प्रत्येक अग्निवीर को देश की सुरक्षा में तत्पर रहने के दौरान अनुशासन में रहकर सैनिक मूल्यों व सैन्य.धर्म का पालन करने और अपने देश के प्रति वफादार रहने हेतु प्रेरित किया ।

परिजनों के सामने लिया देश सेवा का प्रण

यह अवसर न केवल अग्निवीरों के लिए अति महत्वपूर्ण अवसर था बल्कि उनके परिवारजनों के लिए भी एक यादगार पल था। परिजनों की मौजूदगी में 164 अग्निवीरों ने देश पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने लिए देश की सेवा का प्रतिज्ञा ली। सम्मान स्वरूप प्रत्येक अग्निवीर के परिवारों को राष्ट्र के प्रति उनके योगदान का सम्मान करने के हेतु एक गौरव पदक भी भेंट किया गया ।

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