तिरंगे में केसरिया नहीं, हरा रंग सबसे ऊपर….स्कूलों में पढ़ाया जा रहा उल्टा पाठ, सरकार मौन………
समस्तीपुर। बिहार के सरकारी स्कूल में पढ़ाई जाने वाली किताब में एक बड़ी गलती सामने आई है। किताब में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा की तस्वीर उल्टी दिखा दी गई है।
हैरानी की बात यह है कि किताब छपने के बाद बच्चों को वितरित करने के लिए स्कूलों तक पहुंच गईं और वहां से बच्चों को भी बांट दी गईं।
बिहार स्टेट टेक्स्ट बुक पब्लिशिंग कारपोरेशन लिमिटेडए पटना ने यह गलती कक्षा सातवीं की संस्कृत की किताब अमृता में की है। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा की तस्वीर उल्टी छपी किताब बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा सातवीं के ज्यादातर बच्चों के पास है। शहर से लेकर गांव तक हर जगह इसकी चर्चा हो रही ह। साथ ही लोग शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर हंस रहे हैं।
13.66 लाख किताबों में गलती
दरअसल किताब में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को गलत दर्शाया गया है। किताब में छपे ध्वज के शीर्ष पर हरा रंग दर्शाया गया है और नीचे केसरिया रंग छाप दिया गया है। यह गलती पुस्तक के चतुर्थ पाठ में है। इसमें स्वतंत्रता दिवस के महत्व के बारे में बताया गया है। पुस्तक के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार है। बता दें कि वर्ष 2023.24 के लिए कुल 13 लाख 36 हजार 99 प्रतियां प्रकाशित की गई हैं।
शिक्षा विभाग ने साधी चुप्पी
बीपीएनएस के प्रदेश सचिव कुमार रजनीश ने बताया कि गुरुवार को वर्ग कक्ष में संस्कृत का पाठ देखने में इस तरह की गड़बड़ी देखने को मिली। उन्होंने सत्र 2023.24 में वर्ग सातवीं के संस्कृत की किताब में प्रकाशित गलत तस्वीर पर खेद जताया है। साथ ही उन्होंने कहा कि तिरंगा फहराने में गड़बड़ी होने पर शिक्षक पर तत्काल कार्रवाई होती है, जबकि इतनी बड़ी गलती पर शिक्षा विभाग चुप्पी साधे हुए है।
बीपीएनएस के प्रदेश सचिव कुमार रजनीश ने किताब में छपी गलत तस्वीर को जल्द हटाने या सुधारने की दिशा में कार्रवाई करने की मांग की। साथ ही कहा कि छात्रों को सही जानकारी देना आवश्यक है।