भागलपुर। जानलेवा हमला, मारपीट, आपराधिक साजिश समेत अन्य गंभीर आरोप में भागलुपर के जगदीशपुर थानाध्यक्ष गणेश कुमार समेत आठ लोगों के विरुद्ध आपराधिक केस दर्ज कराया गया है।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में जगदीशपुर थानाक्षेत्र के कोला नारायणपुर निवासी शीला देवी ने केस दर्ज कराते हुए मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मुहम्मद फिरोज अकरम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए महिला की शिकायत पत्र को स्वीकार करते हुए मामले में सुनवाई के लिए तिथि तय कर दी है।
क्या हैं थानाध्यक्ष समेत 8 आरोप
महिला ने दर्ज केस में कहा है कि उसे 18 अप्रैल 2024 को जगदीशपुर थाने में तीन घंटे तक हाजत में बंद कर रखा गया। इस दौरान उसे भद्दी-भद्दी गालियां दी गई। उसके दोनों पुत्रों को भी पकड़ कर मारपीट की गई। खेत में लगी गेहूं की फसल नहीं काटने दी।
महिला ने बताया है कि न्यायालय में चल रहे दीवानी केस से जुड़े कागजात दिखाने पर कागजात फाड़ कर फेंक दिया गया। विपक्षी को जमीन पर जबरन कब्जा दिलाने के लिए थानाध्यक्ष गणेश कुमार ने पद का कथित रूप से दुरुपयोग किया गया।
शीला देवी ने दर्ज केस में कहा है कि जब इस बात की शिकायत वरीय पुलिस अधिकारियों को दी तो दूसरे दिन उसके घर आकर मारपीट, तोड़फोड़ की गई और कथित रूप से झूठे केस में उसके दोनों पुत्रों को फंसा कर जेल भेज दिया गया। गेहूं की फसल दूसरे पक्ष को सहयोग कर कटवा दी गई।
सपरिवार कर लूंगी आत्महत्या: पीड़िता
दर्ज केस में महिला ने कहा है कि वह आरोपितों के रवैये से आजिज हो चुकी है। उसके मन में न्याय नहीं होने से यह विचार आ रहा है कि वह सपरिवार आत्महत्या करने पर कहीं मजबूर न हो जाए।
महिला ने कहा है कि जब पुलिस के वरीय अधिकारियों को इस बात की शिकायत करने के बाद भी उसकी नहीं सुनी गई तब उसने न्याय के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।