वायुसेना विमान से कूदा पैराट्रूपर, 60 फीट की ऊंचाई से छाती के बल गिरने से मौत…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
आगरा। भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो अंकुश शर्मा का पैराशूट नगला प्रताप गांव के पास गुरुवार रात हाईटेंशन लाइन में उलझ गया। पैराशूट के सूट के लाक को खोलना पड़ा। ऊंचाई से गिरने से अंकुश को गंभीर चोटें आईं। ग्रामीणों ने सेना अस्पताल में भर्ती कराया। शुक्रवार दोपहर कमांडो की मृत्यु हो गई।
जम्मू के कोठी शैडो निवासी अंकुश विशाखापत्तम में तैनात थे। एक माह पूर्व पैराट्रूपर्स ट्रेनिंग स्कूल पीटीएस में विशेष प्रशिक्षण लेने के लिए आए थे। आगरा एयरफोर्स स्टेशन परिसर में पीटीएस है। पीटीएस में हर वर्ष वायुसेना, थलसेना, नौसेना के जवान व कमांडो विशेष प्रशिक्षण के लिए आते हैं। एक माह पूर्व कोठी शैडो, बसना तहसील जम्मू निवासी अंकुश शर्मा भी आए थे। वह विशाखापत्तनम में तैनात थे।
प्रशिक्षण के दौरान उन्हें पैराशूट से बीस छलांग लगानी थी। गुरुवार रात एएन.32 विमान से अंकुश ने 19वीं छलांग लगाई। उनके साथ डेढ़ दर्जन अन्य जवान थे। इन सभी को ड्रापिंग जोन में उतरना था। जवानों के पास नैवीगेशन प्रणाली सहित अन्य सभी उपकरण थे लेकिन अंकुश ड्रापिंग जोन से बाहर चले गए। उनका पैराशूट नगला प्रताप गांव के पास से होकर गुजरी 1.32 लाख वोल्ट की हाईटेंशन लाइन में उलझ गया। इससे हाईटेंशन लाइन के तारों में चिंगारी उठने लगी। यह देखकर अंकुश ने पैराशूट को शरीर से अलग कर दिया।
60 फीट की ऊंचाई से जमीन पर छाती के बल आकर गिरे। इससे नाक और कान से खून निकल आया। वहां मौजूद ग्रामीणों ने पुलिस और सेना अस्पताल को जानकारी दी। एंबुलेंस से सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया। शुक्रवार दोपहर अंकुश की मृत्यु हो गई।
पीटीएस में धौनी भी ले चुके हैं प्रशिक्षणः भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी सेना में ले कर्नल हैं। अगस्त 2015 में दो सप्ताह तक धौनी पीटीएस में रहे थे। पैराशूट से पांच छलांग लगाई थी। जिस पर उन्हें पैराट्रूपर्स का तमगा मिला था।
कौन हैं मार्कोस कमांडोः यह भारतीय नौसेना की स्पेशल आपरेशंस फोर्स है। मार्कोस को मरीन कमांडो भी कहा जाता है। इस फोर्स का गठन फरवरी 1987 में हुआ था। समुद्री लुटेरों सहित अन्य से निपटने के लिए किया जाता है। कमांडो समुद्र, हवा में और जमीन पर आपरेशन चलाने में माहिर होते हैं।