काल के गाल से बचे बारहसिंगा को हजम कर गया वन दारोगा, डीएफओ ने बैठाई जांच……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
अमरोहा। काल के पंजों से बचा एक बारहसिंगा घायल अवस्था में रात में वासुदेव तीर्थस्थल पहुंच गया। यहां चौकीदार ने अन्य लोगों के सहयोग से उसे रात में ही वन विभाग के दारोगा बिलाल के हवाले कर दिया। वन दारोगा ने न तो इसकी जानकारी डीएफओ को दी और न ही उसका ब्योरा सरकारी रिकार्ड में दर्ज किया। इलाज भी नहीं कराया। सुबह तक बारहसिंगा रहस्यमय तरीके से लापता हो गया। जानकारी मिलने पर डीएफओ ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
16 मई की रात लगभग 11 बजे वासुदेव तीर्थस्थल पर घायल अवस्था में एक बारहसिंगा पहुंच गया। उसकी गर्दन से खून बह रहा था। जिससे जाहिर था कि जंगली कुत्तों या भेड़ियों ने उस पर हमला किया था। जिनसे बचकर वह यहां तक पहुंच गया था। यहां मौजूद चौकीदार अमर सिंह ने सहयोगी राज के साथ मिलकर बारहसिंगा को पकड़ लिया। इसके बाद इसकी सूचना वन विभाग को दी। मौके पर पहुंचे वन दारोगा बिलाल ने यह कहकर बारहसिंगा को अपने कब्जे में ले लिया कि उनके पास इसे रखने व इलाज कराने के पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं।