नवजात की आंत बाहर आने पर बवाल, परिवार का आरोप. डिलीवरी के दौरान लगा ब्लेड, डाक्टर ने बताया जन्मजात विकृति…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
आगरा। यमुना पार के गंगाराम हास्पिटल में गुरुवार को सिजेरियन डिलीवरी ;आपरेशन से प्रसव के बाद नवजात की आंत बाहर होने पर हंगामा हुआ। स्वजनों ने डिलीवरी के दौरान ब्लेड लगने के आरोप लगाए। पुलिस पहुंच गई। डाक्टर ने कहा कि जन्मजात विकृति के कारण आंत बाहर हैं। जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम गठित की गई है।
नगला रामबक्स निवासी त्रिमोहन शर्मा ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने पर पत्नी शीतल शर्मा 21 अप्रैल को गंगाराम हास्पिटल में सुबह भर्ती कराया था। 12 हजार रुपये में सिजेरियन डिलीवरी करने का ठेका लिया। 10 हजार रुपये जमा कराने के बाद शाम चार बजे आपरेशन थिएटर में ले गए। 30 मिनट बाद नवजात बच्ची को परेशानी होने की बात कहते हुए दवाएं लाने के लिए कह दिया।
दवाएं देने के 20 मिनट बाद बताया कि नवजात की आंत नाभि से बाहर निकली हुई हैं। इसे इलाज के लिए बड़े हास्पिटल ले जाएं। इस पर स्वजनों ने हंगामा कर दिया। हास्पिटल संचालक डा. प्रिया अग्रवाल पर सिजेरियन डिलीवरी के दौरान नवजात के ब्लेड लगने से आंत बाहर आने निकलने के आरोप लगाए।
पुलिस ने समझा बुझाकर शांत करा दिया। डा. प्रिया अग्रवाल ने बताया कि नवजात को जन्मजात विकृति ओमफेलोसील ;पेट की झिल्ली कमजोर होने से आंत बाहर निकलनाद्ध है। इलाज किसी और डाक्टर से चल रहा था, आठ महीने पर अल्ट्रासाउंड भी दूसरी जगह कराया था।
सात हजार रुपये वेतन कैसे होगा इलाज
त्रिमोहन शर्मा ने बताया कि वह फैक्ट्री में काम करता है। हास्पिटल में 12 हजार रुपये में डिलीवरी करने के लिए कहा था। छह हजार रुपये जमा करने पर डिलीवरी नहीं की। कर्ज लेकर पांच हजार रुपये लाया। इसके बाद शाम को डिलीवरी की। सात हजार रुपये वेतन मिलता है। यह दूसरा बच्चा है, बेटा तीन वर्ष का है। नवजात का इलाज करने में समर्थ नहीं हूं।