फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी को दिया अंजामए आंध्र प्रदेश पुलिस के हत्थे चढ़ा जालसाज…..
गोरखपुर। फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर आंध्र प्रदेश के सैकड़ों लोगों के खाते से डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने वाले जालसाज को वहां की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। खजनी थानाक्षेत्र का रहने वाला आरोपित हरपुर.बुदहट के सिसवा में ग्राहक सेवा केंद्र चलाता था। तीन माह पहले गोरखपुर साइबर थाना पुलिस ने पकड़े गए आरोपित के दो साथियों को जालसाजी के मामले में जेल भेजा था।
यह है मामला
एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि खजनी के चौतरवां गांव निवासी शेषनाथ शर्मा हरपुर.बुदहट के सिसवा में यश वीडियो के नाम से ग्राहक सेवा केंद्र चलाता था। पे.नियरबाय कंपनी के एप से वह खाते से रुपये की निकासी भी करता था। आंध्र प्रदेश के कड़प्पा जिले की पुलिस गोरखपुर पहुंची। टीम के सदस्यों ने बताया कि शेषनाथ शर्मा ने फिंगर प्रिंट का क्लोन बनाकर सैकड़ों लोगों के खाते से डेढ़ करोड़ से अधिक रुपये की ठगी की है। रुपये की निकासी गोरखपुर में हुई है। साइबर थाना पुलिस की मदद से रविवार की शाम आंध्र प्रदेश पुलिस टीम ने शेषनाथ को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। ट्रांजिट रिमांड पर जालसाज को टीम अपने साथ कड़प्पा ले जाएगी।
एप का गलत इस्तेमाल कर की जालसाजी
पे.नियरबाय कंपनी पेमेंट गेटवे की सुविधा पूरे देश में देती है। गोरखपुर में भी इसके एजेंट हैं। जो आधार से पैसा निकालना व मनी ट्रांसफर का काम करते हैं। शेषनाथ ने कंपनी के एप का गलत इस्तेमाल कर जालसाजी की। भूलेख वेबसाइट के जरिये आंध्र प्रदेश के अलग.अलग जिलों में भूमि खरीदने व बेचने वालों का नाम, पता लेकर रजिस्ट्री पेपर को डाउनलोड किया। पेपर के जरिये आधार कार्ड संख्या व अंगूठे का निशान लिटमस पेपर पर प्रिंट करके उसकी नकल कर लेते थे और आधार कार्ड संख्या और फिंगर प्रिंट की मदद से अनाधिकृत रूप से संबंधित व्यक्ति के खाते से रुपये निकाल लेते थे।
गिरोह का सरगना है अक्षय
आजमगढ़ जिले के रौनापार, इस्माइलपुर गांव का रहने वाला अक्षय यादव गिरोह का सरगना है। 18 नवंबर, 2022 को साइबर थाना पुलिस ने अक्षय व उसके साथी शाहपुर के धर्मपुर निवासी विकास साहनी उर्फ विक्की को जालसाजी कर खाते से रुपये निकालने के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस दौरान शेषनाथ पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।