तारीख पर तारीख…..छह साल में गवाही भी अधूरी, पिता के बाद मां की भी मौत अब बच्चे कर रहे पैरोकारी……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
मेरठ। अगर कोई यह सोचे कि दुर्घटना बीमा करा रखा है। सड़क हादसे में मौत या फिर घायल होने पर क्लेम मिल जाएगा तो वह लंबित मामलों के हश्र देख लें। इंचौली निवासी आसिफ के पिता इरफान की छह साल पहले ट्रक की टक्कर से मृत्यु हो गई थी। आसिफ की मां हुस्नजहां ने ट्रक चालक, मालिक और बीमा कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उनका कहना है कि कुछ समय पहले मां की मौत हो गई। लेकिन मुकदमे में गवाही भी पूरी नहीं हुई।
अब वह पैरोकारी कर रहे हैं। इसी तरह से छह साल पहले अदनान निवासी इंचौली भी घायल हो गया था। उसके पैर की अंगुली कट गई थी। उसके पिता ने मुकदमा दर्ज कराया था। अदनान बच्चे से बड़ा हो गया। लेकिन मामले का निस्तारण नहीं हो पाया है। परतापुर कताई मिल निवासी विक्रम काम के सिलसिले में आठ साल पहले देहरादून गए थे। ट्रक ने उनको टक्कर मार दी थी। आज तक इलाज चल रहा है। वह ठीक से चल भी नहीं पाते। बच्चों की पढ़ाई छूट गई और वह मजदूरी करने लगे। अभी तक गवाही चल रही है। औसतन हर दो महीने बाद तारिख ही लग रही है।