बेटी की हत्या, लड़कों से दोस्ती को नापसंद करता था दंपती, सीडीआर से हुआ राजफाश…….
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
मेरठ। 11 साल की मासूम कक्षा पांच में पढ़ती है। इस उम्र के बच्चे लड़का.लड़की का फर्क सही से नहीं कर पाते। साथ में खेलना.कूदना और खाना आम होता है। फिर भी माता.पिता भविष्य को लेकर चिंतित थे। इसलिए उन्होंने इतना बड़ा कदम उठा लिया।
बदनामी का था डर
एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि बच्ची का पिता दो साल से एक कंपनी में एजेंट है। इससे पहले वह बस कंडक्टर थे और उससे पहले रिक्शा चलाते थे। आठ माह पहले ही वह बागपत से गंगानगर में रहने के लिए आए थे। पूछताछ में बताया कि बेटी की कुछ लड़कों से दोस्ती थी। उनको डर था कि भविष्य में उसे लेकर बदनामी झेलनी पड़ेगी।
पुलिस करते रहे गुमराह
इसके चलते ही पत्नी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दे दिया। शुरुआत में तो वह पुलिस को गुमराह ही करते रहे। आधी से ज्यादा बात उनकी गलत साबित हो रही थी। बर्गर की दुकान पर भी बच्ची नहीं पहुंची थी। इसलिए दंपती पर शक बढ़ता चला गया। आखिर में उन्होंने पुलिस को पूरी घटना बता दी।
सीडीआर से खुली पोल
एसपी देहात ने बताया कि दंपती ने बताया कि वह दवाई लेने गए थे। आते वक्त बच्ची लापता हो गई। इसके बाद उनसे पूरी जानकारी की तो कुछ बातें गलत साबित होती चली गईं। इसके साथ ही जब सीडीआर निकलवाई तो उसमें सरधना क्षेत्र की लोकशन भी आ रही थी। इस बारे में दंपती ने कुछ नहीं बताया था। पुलिस ने एक रिश्तेदार को भी हिरासत में लिया है।