Friday, May 3, 2024
उत्तर-प्रदेशचंदौली

चंदौलीः नेटवर्क मार्केटिंग का झांसा देकर हो रहा था शोषण, फेल रही जिले की इंटेलीजेंस व्यवस्था……

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

चंदौली। मुगलसराय व चंधासी इलाके में बच्चों से काम कराने वाली संस्था की ओर बच्चों को बेहतर कल का सपना दिखाकर नेटवर्क मार्केटिंग के जरिए अच्छी कमाई की बात बतायी जाती थी। सबसे पहले बच्चों से साढ़े सात हजार रुपये सिक्योरिटी के नाम पर लेकर उन्हें तेल, साबुन, क्रीम जैसे सामान दे दिए जाते थे। बाद में इन लोगों पर अपने ही जैसे चार और लोगों को लाने को कहा जाता था। चार लोगों को संस्था से जोड़े जाने पर उन्हें एक छोटी सी कमीशन दी जाती थी। इसके अलावा संस्था से जुड़ने वाले हर बच्चों से नगद रुपये जमा कराये जाते थे।

एलआईयू को नहीं लगी भनक

नगर में झारखंड जैसे प्रांत से नाबालिगों को बुलाकर कारोबार कराये जाने की भनक एलआईयू लोकल इंटेलिजेंस यूनिट को नहीं लग सकी। जबकि इतनी बड़ी संख्या में झारखंड से नाबालिग आकर तंग गलियों के तंग कमरों में रह रहे थे।

छोटे कमरे में ढ़ेर सारे बच्चे

नगर में नई बस्ती व चंदासी में लड़के व लड़कियों को संस्था की ओर से एक ही कमरों में रखा जाता था। छोटे से कमरे में दस से 15 बच्चों को रखा जाता था। पकड़ में न आए इसके लिए नेटवर्क कंपनी की ओर से जल्द उनसे कोई मिलने भी नहीं आता था। सीनियर कर्मचारी ही बच्चों की निगरानी करते थे।

15 दिन पहले ही बंद हो गया मुख्य आफिस

नेटवर्क कंपनी की ओर से नगर के चंधासी गांव में एक ऑफिस खोलकर वहां से सामान उपलब्ध कराया जाता था। दरअसल जब कोई भी नया व्यक्ति उनकी संस्था में जुड़ता तो उसे एक बार चंधासी गांव स्थित आफिस में ले जाया जाता था। मामला सामने आने के बाद बचपन बचाओ आंदोलन की टीम जब संस्था के आफिस पर पहुंची तो वहां मकान मालिक ने बताया कि 10 अगस्त को कार्यालय संचालक वहां से अपना सभी सामान ले जा चुका है।

पुलिस की वर्दी का इस्तेमाल

कहा जा रहा है कि नगर के नईबस्ती में मिले लोगों में एक व्यक्ति ने बताया कि नेटवर्किंग के इस कार्य में कभी.कभी एक व्यक्ति पुलिस की वर्दी में प्रोडक्ट्स देने आता था। उससे उस प्रोडक्ट के रुपये नगद दिए जाते थे। उसके बाद वह चला जाता था।

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