जेल से दसवींः हत्या की सजा काट रहे अर्जुन को हाईस्कूल में 76 प्रतिशत तो अपहरण के मामले में बंद लोकेश को मिले 72 प्रतिशत अंक……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
लखनऊ। बालीवुड फिल्म दसवीं में जेल से पढ़ाई कर दसवीं पास करने वाले एक नेता की रील लाइफ स्टोरी दिखाई गई है पर हम आपको कुछ रियल लाइफ स्टोरीज के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने जेल की सलाखों के पीछे से यूपी बोर्ड दसवीं और इंटर की परीक्षा न सिर्फ पास की बल्कि उनके नंबरों का प्रतिशत भी फर्स्ट डिवीजन से ज्यादा रहा।
यूपी बोर्ड की परीक्षा में जेल की सलाखों के पीछे अंधियारी कोठरी में बंद कैदियों ने ज्ञान की रोशनी बिखेरकर अनूठा उजाला किया है। हत्या के आरोप में गाजियाबाद जेल में बंद अर्जुन ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल में 76 प्रतिशत अंक हासिल किए और अपहरण के मामले में सहारनपुर जेल में बंद लोकेश ने यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में 72 प्रतिशत अंक हासिल कर अपनी मेहनत का लोहा मनवाया है।
जेल में बंद होने के बाद भी पढ़ाई के प्रति रूचि बरकरार रही और अपने अतीत को भुलाकर यह भविष्य को संवारने के लिए नई कहानी गढ़ने में जुटे रहे। गाजियाबाद के जावली गांव में रहने वाले अर्जुन दिसंबर 2017 से हत्या के आरोप में गाजियाबाद जेल में बंद हैं। जेल में बंद होने के बावजूद अर्जुन ने पढ़ाई करने का फैसला किया।
हाईस्कूल में हिंदी, अंग्रेजी, गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान व ड्राईंग विषय लेकर पढ़ाई की। इसी तरह सहारनपुर जेल में अपहरण के मामले में बंद इंद्रावती कल्याणपुर गांव के रहने वाले लोकेश को 10 वर्ष की सजा सुनाई गई है। इंटरमीडिएट में इन्होंने 72 प्रतिशत अंक हासिल किए। महानिदेशक कारागार, आनंद कुमार के निर्देश पर पढ़ाई में इनकी रुचि देखकर लाइब्रेरी में इन्हें किताबें व पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई गई।