फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाएगा नेशनल मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम, एप कैसे करेगा काम…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज। मनरेगा योजना ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सबसे अधिक रोजगार उपलब्ध कराती है। लेकिन इस योजना से जुड़ी फर्जीवाड़े भी कम नहीं है। योजनाओं से लेकर मजदूरी तक के भुगतान के तमाम मामलों में विसंगतियां सामने आती रहती हैं। ऐसे फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने के लिए नेशनल मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम लगाया गया है। यह सिस्टम ऊपर से लेकर नीचे तक के लोगों की जवाबदेही तय करेगा।
सुबह, शाम मजदूरों की काम करते फोटो अपलोड करनी होगी
मनरेगा में हो रहे फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने के लिए नेशनल मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम एनएमएमएस लागू किया जा रहा है। इसमें मोबाइल एप के जरिए मनरेगा की सभी योजनाओं में कार्य कर रहे मनरेगा मजदूरों को कार्यस्थल पर काम करते हुए फोटो लिया जाएगा। इसके अलावा जो कार्य कराया जा रहा हैए उसकी भी फोटो अपलोड होगी। इसमें सुबह व शाम दोनों समय की फोटो काम करते अपलोड होगी। 20 या फिर उससे अधिक काम कर रहे मजदूरों पर यह व्यवस्था लागू होगी। फोटो अपलोड के बाद ही उनको मजदूरी मिलेगी। इस व्यवस्था से फर्जीवाड़े पर अंकुश लगेगा। डीसी मनरेगा डा. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि नेशनल मोबाइल मानीटरिंग सिस्टम से पारदर्शिता आएगी। इसके जरिए कार्यों की मानीटरिंग की जा रही है।