Friday, May 3, 2024
उत्तर-प्रदेशचंदौली

चंदौली को मिला बड़ा सौगात, बना देश का 100 वां जिला, जिलाधिकारी ने किया क्लबफुट क्लीनिक का शुभारंभ…….

पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क

जन्मजात विकृति क्लबफुट का मुफ्त इलाज अब पं. कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में

हर शुक्रवार प्रातः आठ बजे से दोपहर दो बजे तक क्लबफुट क्लीनिक का होगा संचालन

चंदौली। जन्मजात विकृति क्लबफुट पैरों के टेढ़े मेढ़े पंजे से ग्रसित बच्चों का निःशुल्क इलाज अब जनपद के पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में हो सकेगा। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आरबीएसके के तहत मिरेकल फीट इंडिया संस्था के सहयोग से चिकित्सालय में क्लबफुट क्लीनिक की शुरुआत की गई है। इसके साथ चंदौली देश का 100वां जिला बन गया है जहां क्लबफुट क्लीनिक संचालित है। क्लबफुट के इलाज की समस्या को दूर करने में मिरेकल फीट इंडिया अहम भूमिका निभाएगा।

गुरुवार को पं. कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में आरबीएसके के तहत मिरेकलफीट इंडिया के सहयोग से क्लबफुट क्लीनिक का शुभारंभ जिलाधिकारी श्री संजीव सिंह ने फीता काटकर किया। जिसमें निःशुल्क उपचार की व्यवस्था शुरू की गई है। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने क्लबफुट से ग्रसित बच्चों का हाल जाना और उनके परिजनों से उपचार के बारे में जानकारी ली। इसके पश्चात जिलाधिकारी ने क्लीनिक में उपलब्ध प्लास्टर, ब्रेसेस आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी ली। तत्पश्चात जिलाधिकारी ने चिकित्सालय सभागार में केक काटकर बच्चों को खिलाया।

इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि चंदौली में अब क्लबफुट क्लीनिक की शुरुआत हो चुकी है। पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में हर शुक्रवार को प्रातः आठ बजे से दो बजे तक साप्ताहिक क्लबफुट क्लीनिक का संचालन किया जाएगा। चंदौली एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम और नीति आयोग का अहम हिस्सा है और यह प्रोग्राम क्लबफुट के साथ पैदा हुए बच्चों के इलाज में मदद करेगा। जिससे स्वास्थ्य सूचकांकों में भी सुधार होगा। उन्होने कहा कि जनपद में कहीं भी क्लबफुट से ग्रसित बच्चे पाये जाते हैं तो क्षेत्रीय स्तर पर आशा.आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क कर आरबीएसके टीम के माध्यम से उसका जल्द से जल्द समुचित उपचार कराया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वाईके राय ने बताया कि क्लबफुट एक जन्मजात विकृति है जिसमें बच्चे के पैर अंदर की ओर मुड़ जाते हैं। मिरेकलफीट इंडिया क्लबफुट की समस्या को दूर करने के लिए काम कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि ऐसे बच्चों की जल्दी ही पहचान की जाए और उनका जल्द से जल्द इलाज किया जाए। बच्चों में क्लबफुट के उपचार के लिए मिरेकलफीट ने आरबीएसके और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एनएचएम के साथ एक एमओयू साइन किया है जिसके तहत मिरेकलफीट बच्चों के निःशुल्क उपचार की व्यवस्था चंदौली सहित अन्य जिलों में कर रही है। उन्होने कहा कि जन्मजात विकृति क्लबफुट के इलाज के लिए बच्चों की पहचान करने और उन्हें रेफर करने में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आरबीएसके टीम के सदस्यों द्वारा किए गए प्रयास सराहनीय है। जिला अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ, कास्टिंग टेक्नीशियन व अन्य अस्पताल कर्मियों का बच्चों का इलाज सुनिश्चित करने का प्रयास भी प्रशंसनीय है।

मिरेकलफीट इंडिया के प्रोग्राम मैनेजर यूपी डॉ शिरीष श्रीवास्तव ने बताया कि क्लबफुट से प्रभावित बच्चों का इलाज पोंसेटी पद्धति से किया जा सकता है जिसमें वह तीन प्रक्रिया क्रमशः कास्टिंग, टेनोटॉमी और फिर ब्रेसिंग से गुजरते हैं। जिसके लिए यह महत्वपूर्ण है कि उनकी जल्द पहचान की जाए और उपचार जल्दी शुरू हो ;उपचार जन्म के एक महीने के भीतर शुरू हो सकता है। मिरेकल फीट चिकित्सा आपूर्ति निःशुल्क रेडीमेड प्लास्टर ऑफ पेरिस उपलब्ध कराती है। इसके अलावा पूरे उपचार के दौरान अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सीय मानकों पर तैयार विशेष प्रकार के बार और जूते निःशुल्क प्रदान करती है। पूरे उपचार के दौरान क्लीनिक में मिरेकल फीट के कर्मचारी उपचार प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी प्रदान करके परामर्श सहायता भी प्रदान करते हैं।

बना देश का 100 वां जिला मिरेकल फीट संस्था ने जुलाई 2018 से देश में बच्चों के निः शुल्क इलाज के लिए क्लब फुट क्लीनिक शुरू किये। पिछले चार वर्षों से इन प्रयासों को जारी रखते हुए जनपद चंदौली में उदघाटन के साथ ही देश का 100वां जिला बन गया है। मिरेकल फीट भारत के नौ राज्यों यथा उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम और महाराष्ट्र में आरबीएसके और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ काम कर रहा है। हर साल करीब 30,000 विजिट्स का प्रबंध निःशुल्क कर रही है। चंदौली में क्लबफुट से जुड़े उपचार के लिए मिरेकलफीट की प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव नेहल कपूर 9044830722 से संपर्क किया जा सकता है।
इस मौके पर सीएमएस उर्मिला सिंह, नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ यूके सान्याल, जिला प्रबन्धक आरबीएसके डीईआईसी डॉ एसएन पाठक, आरबीएसके टीम के समस्त चिकित्साधिकारी, मिरेकलफीट की प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव नेहल कपूर, मिरेकलफीट से ब्रांच मैनेजर भूपेश सिंह, प्रोग्राम ऑफिसर आनंद कुमार, स्वास्थ्यकर्मी एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

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