काशी एक नगर नहीं वरन इतिहास है- IAS मोनिका एस…….. अध्ययन पीठ में गौरवशाली इतिहास पर हुआ आयोजित
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ गांधी अध्ययन पीठ में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का गौरवशाली इतिहास विषय पर आयोजित इतिहासकारों एवं बुद्धिजीवियों के एक दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि श्रीमती मोनिका एस. गर्ग अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश ने कहा कि काशी के विविध नाम है ।
इस दौरान मोनिका गर्ग ने कहा कि इसे आनंद कानन, वाराणसी आदि नामों से जाना जाता है और यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे अयोध्या में कार्य करने एवं आज विश्वनाथ मंदिर महोत्सव से जुड़ने का अवसर मिला। काशी में विश्व की प्राचीनतम नगरी है। काशी धाम पर कार्य करने के लिए आज जरूरत है।
मोनिका गर्ग ने कहा कि यहां भगवान बुद्ध ने उपदेश दिया, गुरुनानक जी का भी आगमन हुआ। आदि शंकराचार्य सहित समय.समय पर दुनिया के कोने कोने से विद्वान मनीषी आये। यद्यपि काशी विश्वनाथ मंदिर को कई बार तोड़ा गया परंतु उसका पुनः पुनः निर्माण भी हुआ।
उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता एवं इतिहास संकलन समिति के अखिल भारतीय संगठन सचिव डॉ. बाल मुकुंद पाण्डेय ने कहा कि काशी का वर्णन ऋग्वेद एवं उपनिषदों में है। यह शीर्ष से भी पुराना नगर है ।काशी में अविमुक्तेश्वर एवं विशेश्वर दोनों एकाकार रूप में है।भौगोलिक अध्ययन से एवं ऐतिहासिक अध्ययनों से यह प्रमाणित हुआ कि 10,000 वर्षों से रामनगर एवं काशी के बीच गंगा का प्रवाह ज्यों का त्यों है।
समारोह के अध्यक्ष एवं महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रोफेसर आनंद त्यागी ने कहा थी महारानी अहिल्याबाई के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम को नव स्वरूप दिया। काशी के हर मंदिर में एक अलग इतिहास छिपा है। जिसे खोजने की जरूरत है उन्होंने कहा कि काशी अध्यात्म एवं ज्ञान का केंद्र है
इस अवसर पर मंच पर प्रो. हरे राम त्रिपाठी, कुलपति, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, प्रो. कल्पलता पाण्डेय, कुलपति चंद्रशेखर विश्वविद्यालय, बलिया, पद्मश्री छन्नूलाल मिश्र, प्रो. राणा पीबीत्र सिंह एवं सहायक उच्च शिक्षा निदेशक ज्ञान प्रकाश पाण्डेय उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रचना शर्मा ने किया। समारोह में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से विभिन्न संकायो के संकाय अध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष प्रोफ़ेसर शिक्षक एवं महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं शिक्षक तथा विद्यार्थी ने भाग लिया। आयोजन का समन्वय डॉ. निशा सिंह ने किया।यह सूचना समारोह की मीडिया समिति के संयोजक प्रो. ओम प्रकाश सिंह ने दिया।