डीएम हुए सख्तः अब नहीं चल सकेंगे इतने वर्ष पुराने वाहन……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
गोरखपुर। बीते कुछ दिनों में शहर की हवा में तेजी से बड़ी प्रदूषण की मात्रा को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया और इसे रोकने के लिए कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर आयोजित बैठक में जिलाधिकारी विजय किरन आनंद निर्णय लिया कि अब शहर में 15 वर्ष पुराने जर्जर वाहन नहीं चलेंगे। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, यातायात पुलिस और परिवहन विभाग को सौंपी।
इसलिए लिया गया निर्णय
यह निर्णय जिलाधिकारी ने तब लिया जब मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के आचार्य और पर्यावरणविद् प्रोण् गोविंद पांडेय ने उन्हें यह बताया कि गोरखपुर शहर में पर्यावरण प्रदूषण की बड़ी वजह ऐसे जर्जर वाहनों का चलना है। जिनसे निकलने वाला धुआं वातावरण में मौजूद गैसों का संतुलन बिगाड़ रहा है। प्रो. पांडेय ने बताया कि शहर में बढ़े प्रदूषण में 35 फीसद हिस्सेदारी यातायात व्यवस्था की है। बैठक के दौरान सबसे पहले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी पंकज यादव ने आंकड़ों के साथ बीते दिनों बढ़े प्रदूषण की जानकारी जिलाधिकारी को दी और इसे रोकने के लिए संबंधित विभागों को जरूरी निर्देश देने का आग्रह किया।