यहां बच्चे बने चुनाव अधिकारी और सेक्टर मजिस्ट्रेट, उंगली पर निशान भी लगवाया…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज। बच्चे ही थे चुनाव अधिकारी और सेक्टर मजिस्ट्रेट का भी जिम्मा संभाला। वोट देने से पहले पर्ची कटी फिर उंगली पर बच्चों ने निशान भी लगवाया। यह अनोखा चुनाव उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जनपद में हुआ। इस चुनाव को बच्चों ने ही संपन्न किया। लोकतंत्र अपने देश का बहुत सशक्त है। इसमें मतदान सबसे बड़ा अवसर होता है। नई पीढ़ी को वोट डालने के बारे में बताना जरूरी है। वह जानते रहेंगे तो इसकी मजबूती में योगदान दे सकेंगे। कुछ इसी उद्देश्य से या यूं कह लें कि इसे सिखाने की पहल हुई है।
स्कूली बच्चों ने सीखा कि कैसे डाला जाता है वोट
वैसे तो वोट के लिए कम से कम 18 साल की उम्र होनी चाहिएए पर यह चुनाव कुछ अलग था। इसके मतदाता नौनिहाल थेए जो बड़े करीब से लोकतंत्र के इस उत्सव को समझने के लिए आतुर थे। बच्चों को लोकतंत्र के अधिकार बताने के लिए किया गया यह प्रयोग प्रशासन ने सराहा है। डीएम ने इस प्रयोग को बाकी स्कूलों में भी करने का सुझाव दिया है। इस पर बेसिक शिक्षा कार्यालय विचार कर रहा है।
स्कूल के हेड मानीटर व क्लास मानीटरों का चुनाव
नगर के जोगापुर के मिडिल स्कूल में हेडमानिटर और क्लास मानीटरों प्रमुखों का चुनाव कराया गया। पर्यावरण संरक्षण, अनुशासन जैसे मुद्दों पर प्रचार भी किया गया। इस चुनाव में सर्वाधिक 39 वोट पाकर सर्वेश सरोज स्कूल प्रमुख बने। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सिमरन प्रजापति को 33 वोट से हराया।
इनको मिली विजयश्री
क्लास प्रमुख छह के चुनाव में अभय ने 15 वोट पाकर जीत दर्ज कराई। जय प्रकाश 12 वोट से हारे। क्लास सात की प्रमुख ईशा वर्मा बनीं। आठ के लिए प्रदीप सरोज चुने गए। चुनाव में कुल 62 वोटर थे। इनमें से 18 वोट अनधिकृत घोषित किए गए। हेडमास्टर कौशिल्या यादव और चुनाव संयोजक सहायक अध्यापक राजेश कुमार ने विजयी उम्मीदवारों को प्रणाम पत्र दिया।