……जब एंबुलेंस कर्मी बने डाक्टर, वीडियो काल पर चिकित्सक ने दी सलाह और एंबुलेंस में हुई डिलीवरी……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज। वह प्रसव पीड़ा से कराह रही थी। इतना भी वक्त न था कि उसे अस्पताल ले जाया जा सके। हालांकि एंबुलेंस आई और उससे गर्भवती को अस्पताल ले जाने लगे। इसी बीच दर्द से महिला चिल्लाने लगी। यह देख एंबुलेंस सेवा के ईएमटी को एक तरकीब सूझी। उन्होंने आनन.फानन में महिला डाक्टर को वीडियो काल किया। डाक्टर ने गर्भवती महिला की हालत देखी फिर उन्होंने प्रसव करने की सलाह दी। डाक्टर जैसे.जैसे बताते गएए उसी के अनुसार करते हुए सफल डिलीवरी कर दी गई। इस अनूठे प्रयास की सभी मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रहे हैं।
प्रयागराज के जसरा ब्लाक क्षेत्र का मामला
[ays_poll id=29यह मामला प्रयागराज जनपद के जसरा ब्लाक से संबंधित है। जसरा ब्लाक के सोनौरी गांव में प्रसव पीड़ा से कराह रही गर्भवती महिला मनीषा देवी के लिए एंबुलेंस कर्मी ही डाक्टर बन गए। एंबुलेंस कर्मियों ने वीडियो काल के जरिए डाक्टर से उसकी हालत दिखाई और फिर उनके बताए अनुसार एंबुलेंस में ही सफल डिलीवरी हुई। मनीषा ने बेटी को जन्म दिया। इसके बाद एंबुलेंस कर्मियों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसरा में भर्ती कराया। फिलहाल जच्चा बच्चा सुरक्षित हैं।
बीच रास्ते में महिला का सफल प्रसव
एंबुलेंस सेवा के ईएमटी ;इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन घनश्याम पटेल ने बताया कि सोनौरी गांव से सूचना आई थी। इस पर वे एंबुलेंस लेकर वहां पहुंचे तो देखा कि मनीषा देवी दर्द से कराह रही थी। तत्काल मनीषा को लेकर वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जसरा के लिए ओर रवाना हुए। हालांकि अस्पताल पहुंचने से पहले ही बीच रास्ते उसका प्रसव कराना पड़ा। इस दौरान आशा कार्यकर्ता रीता देवी और गर्भवती मनीषा के पति सुभाष भी मौजूद रहे। अस्पताल ले जाने पर डाक्टरों ने सामान्य इलाज के बाद दवा देकर जच्चा और बच्चा को स्वस्थ देख उन्हें घर भेज दिया।