इतने माह में ढाई हजार रिवाल्वर बनाएगी कंपनी……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
हरदोई। लड्डुओं की मिठास के लिए प्रसिद्ध संडीला को पूरे भारत में पहचान दिलाने वाली वेब्ले स्कॉट रिवाल्वर बाजार में आने से कंपनी ही नहीं जिलावासियों में भी खुशी है। करीब छह माह में सिविल क्षेत्र में ढाई हजार रिवाल्वर बाजार में उतारकर बुकिग को खत्म करने का लक्ष्य रखा गया है।
कानपुर. लखनऊ की आर्म्स कंपनी स्याल ग्रुप ने मेक इन इंडिया मुहिम को आगे बढ़ाते हुए इंग्लैंड की मशहूर कंपनी वेब्ले की रिवाल्वर बनाने के लिए संडीला में कंपनी स्थापित की सितंबर 2020 से युद्ध स्तर पर काम चल रहा था। वैसे तो बहुत ही जल्दी बाजार में रिवाल्वर आ जाने की तैयारी की गई थी। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से देरी हुई। संडीला स्थित कंपनी में ही टेस्टिंग रेंज बनने के बाद रिवाल्वर की टेस्टिग भी यहीं पर की गई और जिसका बहुत दिनों से इंतजार था। वह समय आ गया। लखनऊ से बाजार में रिवाल्वर आई। कंपनी के निदेशक सुरेंद्र पाल सिंह स्याल ने बताया कि शुरुआत से ही बुकिग के लिए मारा मारी मची थी। पूरे भारत से करीब ढाई हजार रिवाल्वर की बुकिग है और इतनी बड़ी संख्या में पहले से ही बुकिग देखते हुए नई बुकिग बंद कर दी गई है। उन्होंने बताया कि युद्ध स्तर पर निर्माण कार्य चल रहा है। छह माह में ही सिविल के लिए ढाई हजार रिवाल्वर तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले की बुकिग वालों को रिवाल्वर देकर नई बुकिग शुरू होगी और उसके बाद क्रम चलता रहेगा। निदेशक सुरेंद्र पाल सिंह के अनुसार प्लान बनाया गया है कि बुकिग के दो माह के अंतराल में ही रिवाल्वर मिल जाए।