समाजवादी पार्टी में बूथ तक की जीत. हार के जिम्मेदार होंगे वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत अध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख सीटों पर समाजवादी पार्टी को भले ही मुंह की खानी पड़ी हो लेकिन सीधे जनता द्वारा चुने गए पदों पर मिली जीत ने उम्मीद की किरण दिखा दी है। इसका ही परिणाम है कि विधानसभा चुनाव में वह दांव खाली नहीं जाने देना चाहती है। ऐसे में एक ओर जहां समविचार नेताओं को अपने पाले में लाने पर पार्टी ने पूरा जोर लगा दिया है तो संगठन के कील.कांटे दुरूस्त किए जा रहे हैं। साथ ही बूथ स्तर तक पार्टी के सूरमाओं को तैनात करने का खाका खींचा जा रहा है।
इसमें बूथ स्तर तक जीत.हार के लिए अब पार्टी के वर्तमान संगठन के साथ ही पुराने पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता भी जिम्मेदार होंगे। इसके लिए बूथवार पार्टी नेताओं का ब्योरा जुटाया जा रहा है। प्रदेश नेतृत्व से जिला व महानगर इकाई से हर विधानसभा से नेताओं का विवरण ;बायोडाटा मांगा गया है। इसमें संबंधित नेता का नाम, जाति, पता, सेलफोन नंबर, बूथ नंबर, भाग संख्या, मतदाता आइडी नंबर दर्ज होगा। इसे विधानसभा क्षेत्रवार एकत्र कर प्रदेश मुख्यालय भेजा जाएगा। माना जा रहा है कि इसके आधार पर नेताओं से बूथवार ग्राउंड रिपोर्ट ली जाएगी।
उनके जनजुड़ाव का आकलन किया जाएगा और उन्हें अपना बूथ जीतने की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसमें सफलता ही उनके आगे बढ़ने का आधार बनेगा। दरअसल अब तक पार्टी में तमाम ऐसे भी नेता जो खुद का बूथ न जीत सके लेकिन तामझाम के चलते खुद को वरिष्ठ दिखाने में सफल रहते हैं। नई रणनीति से ऐसे लोगों की असली तस्वीर प्रदेश संगठन के सामने आएगी और जनजुड़ाव वाले नेताओं को उनकी मेहनत का फल मिल पाएगा। इस तरह पार्टी आगामी विधानसभी चुनाव में तो बढ़त बनाने की कवायद करेगी ही आगे का भी खाका खींच पाएगी। बनारस के आठों विधानसभा क्षेत्रों के साथ ही प्रदेश भर में बूथवार आंकड़े जुटाए जा रहे हैं।