कुछ समय पहले मिली नौकरी, डेढ़़ माह पहले हुई शादी, ऐसा क्या हुआ कि खुद को मिटा दिया मनोज ने……
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
हाथरस। कोतवाली हसायन के मोहल्ला किला खेड़ा में रहने वाले समाज कल्याण विभाग में तैनात लिपिक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक का शव कमरे में फंदे पर लटका हुआ मिला। ग्रामीणों ने किवाड़ तोड़कर शव को बाहर निकाला।
अपने पिता की जगह मृतक आश्रित में मिली थी नौकरी
मोहल्ला किला खेड़ा निवासी 24 वर्षीय मनोज कुमार समाज कल्याण विभाग के हाथरस कार्यालय में लिपिक के पद पर तैनात था। कुछ समय पूर्व ही उसे अपने पिता की जगह मृतक आश्रित में नौकरी मिली थी। शनिवार की तड़के कमरे में फंदे पर शव लटका देख स्वजन की चीख निकल गई। मोहल्ले के लोगों ने किवाड़ तोड़कर शव को फंदे से नीचे उतारा। मृतक के ससुराल पक्ष के लोगों सहित विभागीय कर्मचारी भी मौके पर आ गए। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
डेढ़ माह पूर्व हुई थी शादी
मनोज की करीब डेढ़ माह पूर्व एटा जिले के थाना मिरहची के गांव फालर निवासी ललिता के साथ शादी हुई थी। शादी के बाद पहला त्योहार होने पर ललिता कुछ दिन पूर्व ही अपने मायके गई थी। पति की मौत के बाद से पत्नी का रो.रोकर बुरा हाल है।
रक्षाबंधन से पूर्व मौत से मातम
रविवार को रक्षाबंधन का पर्व है। शनिवार को मनोज की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। परिवार में मनोज सबसे छोटा था। रक्षाबंधन से एक दिन पहले भाई की मौत हो जाने से बहनों का रो.रोकर बुरा हाल है।
होनी चाहिए लगातार काउंसिलिंग
मानसिक बीमारियों से ग्रस्त होने वाले लोग कभी.कभी आत्मघाती कदम उठाकर अपनी जान दे देते हैं। क्लीनिकल मनोचिकित्सक रिंकी लकड़ा ने बताया कि एक व्यक्ति ठीक से सोच नहीं पाता उसका अपनी भावनाओं और व्यवहार पर काबू नहीं रहता तो ऐसी हालत को मानसिक अस्वस्थता कहते हैं। मानसिक रूप से परेशान लोगों की काउंसिलिंग कराने के लिए शासन ने अब एक पहल फिर से शुरू की है। इसके लिए महीने में प्रत्येक गुरुवार को मन चेतना दिवस मनाया जाएगा।