विवाह योजना के रुपये भेजने के नाम पर मांगी 10 हजार की रिश्वत, कहा शादी में मिला सामान लौटाना होगा…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
मुरादाबाद। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के नाम पर विवाहिता से रुपये वसूलने को दबाव बनाने का मामला सामने आया है। 19 जुलाई को पंचायत भवन में हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह की लाभार्थी ने नगर निगम के लिपिक पर सरकारी अनुदान की राशि खाते में भेजने के एवज में 10,000 रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। शिकायत मिलने के बाद अपर नगर आयुक्त ने जांच बैठा दी है।
पीलीकोठी पर स्थित चाय की दुकान चलाने वाले प्रीतम सरन की बेटी की शादी मेरठ के सतेंद्र से 19 जुलाई को पंचायत भवन में हुई थी। विवाह के बाद ज्योति अपनी ससुराल मेरठ चली गई। आरोप है कि उसके पास नगर निगम के लिपिक का फोन आया और उसने खाते में 35 हजार रुपये भेजने के पहले 10 हजार रुपये मांगे। ज्योति के इन्कार करने पर कहा कि अगर 10 हजार रुपये नहीं दिए तो विवाह के दौरान मिला सामान भी वापस ले लिया जाएगा। इससे परेशान ज्योति मेरठ से मुरादाबाद आई। इसके बाद ज्योति के परिवार ने अपने परिचित भाजपा महानगर उपाध्यक्ष विशाल त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने इसकी शिकायत अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह से की। ज्योति अपने भाई के साथ लिखित शिकायत लेकर अपर नगर आयुक्त से मिली। ज्योति का कहना है कि अगर उसके पास रुपये होते तो सामूहिक कार्यक्रम में विवाह क्यों कराते। जिस लिपिक पर आरोप लगा है उसके खिलाफ समाजवादी पेंशन योजना में अपने स्वजन को पेंशन दिलाने का मामला पकड़ा जा चुका है। इसमें तत्कालीन सीडीओ ने जिला समाज कल्याण अधिकारी की रिपोर्ट पर कार्रवाई की थी। कई मामलों की शिकायतें लिपिक के खिलाफ हो चुकी हैं। अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह ने ज्योति व उसके भाई को आश्वासन दिया है कि आपके खाते में पूरी धनराशि ट्रांसफर की जाएगी। अपर नगर आयुक्त अनिल कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित लिपिक के विरुद्ध जांच बैठा दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह का पूरा पैसा विवाहिता के खाते में जाएगा।