Friday, April 26, 2024
उत्तर-प्रदेश

ब्लॉक प्रमुख चुनाव: पिता की अंतिम यात्रा में जा रहा था बीडीसी, रास्ते से हो गया अगवा, कई घंटे बाद हुआ ‘संस्कार’

उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर घमासान मचा है। संतकबीर नगर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां बीडीसी सदस्य का शुक्रवार को दोपहर में उस समय अपहरण किया गया, जब वह अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहा था। काफी हंगामे के बाद कई घंटे बाद उसे छोड़ा, तब जाकर अंतिम संस्कार हुआ।

जानकारी के अनुसार, महुली क्षेत्र के ठाठर गांव निवासी बीडीसी सदस्य का शुक्रवार दोपहर में नाथनगर-महुली मार्ग पर कठिनइया नदी के पुल से उस समय असलहे के बल पर अपहरण कर लिया गया, जब वह अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए सरयू नदी के बिड़हर घाट पर जा रहा था।

इसकी सूचना मिलने पर शव को घाट पर लेकर पहुंच चुके लोग शव के साथ धनघटा थाने पर लौट आए। लोग धनघटा-उमरिया बाजार मार्ग को जाम कर अपहृत बीडीसी सदस्य को छुड़ाने की मांग करने लगे। शाम पौने छह बजे अपहरणकर्ताओं ने घाट पर ले जाकर सदस्य को छोड़ा।

अपहृत बीडीसी सदस्य के चाचा चंद्रभान यादव ने बताया कि उनके भाई मनिराम की मौत बृहस्पतिवार की रात में हो गई। शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली से लेकर अंतिम संस्कार करने के लिए लोग बिड़हर घाट जा रहे थे। बिडहर घाट पर शव को ट्रॉली से उतारा ही जा रहा था कि सूचना मिली कि उसके बीडीसी सदस्य भतीजे अजय कुमार यादव का कठिनइया पुल पर चार लग्जरी गाड़ियों में सवार कुछ लोग कनपटी पर असलहा सटाकर कर अपहरण कर ले गए।

चंद्रभान का आरोप है कि भतीजा अजय कुमार यादव बीडीसी सदस्य है और वह भी चार पहिया वाहन से बिड़हर घाट जा रहा था। इसी बीच भाजपा से जुड़े लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। बीडीसी सदस्य अजय कुमार यादव के अपहरण की सूचना पर अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे लोग अवाक रह गए।

मृतक मनिराम यादव के तीन बेटों में से अजय कुमार यादव ही इस समय घर पर मौजूद है। दो लोग बाहर रहकर नौकरी करते हैं। चंद्रभान यादव ने बताया कि पुलिस जब तक अपहृत भतीजे अजय को वापस ला नहीं देगी, तब तक भाई के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

एसओ रोहित प्रसाद ने मौके पर पहुंच कर लोगों को समझा-बुझाकर रास्ता साफ कराया और जल्द सदस्य को ढूंढकर लाने का आश्वासन दिया। शाम करीब पौने छह बजे घाट पर बीडीसी सदस्य पहुंचा, तब जाकर शव का अंतिम संस्कार हुआ। बीडीसी सदस्य अजय कुमार यादव ने बताया कि चार गाड़ियों से लोग आए और उसकी कनपटी पर असलहा सटाकर अपने वाहन में बैठा लिए।

किसी अज्ञात स्थान पर ले जाकर कमरे में बंद कर दिए। जहां चाय-पानी पिलाया। माफी मन्नत के बाद अपहरणकर्ता उसे पिता के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए एक वाहन पर बैठा कर घाट तक ले गए और फिर वहीं छोड़ गए। गाड़ी में भाजपा का झंडा लगा था। जबकि भाजपा के जिलाध्यक्ष बद्री प्रसाद यादव ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को बदनाम करने के लिए अजय के अपहरण का आरोप लगाया जा रहा है। अजय का अपहरण विपक्षी दल के लोगों ने ही किया होगा।

 

 

 

 

 

 

 

 

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