कानून के पिंजरे से आजाद होगा बरसाने का प्रेम, पढ़ें प्रेमी जोड़े की पूरी दास्तां…..
पूर्वांचल पोस्ट न्यूज नेटवर्क
आगरा। प्रेम की कोई उम्र नहीं होती और कानून सिर्फ साक्ष्यों की आंख से देखता है। इस विरोधाभासी व्यवस्था के अपने जायज आयाम होंगे लेकिन मथुरा के बरसाने में परवान चढ़े प्रेम और उसकी निशानी को शुक्रवार को पहचान मिल जाएगी। आत्मिक और दैहिक प्रेम को कानूनी वैधता मिल जाएगी। वह किशोरी जिसे प्रेम के बदले अपनों का तिरस्कार और कानून का पिंजरा नसीब हुआ। अब उसकी सुनी जाएगी। क्योंकि कानूनी रूप से वह शुक्रवार ;नौ जुलाई 2021 को बालिग हो जाएगी।
प्रेम में बाधा बनी उम्र के कारण आगरा के आशा ज्योति केंद्र में रखी गई किशोरी की अब तक कोई आवाज नहीं थी। वह जो कुछ कहतीए नाबालिग होने की वजह से उसे सुना न जाता और उसके भविष्य के फैसले बाबुल की जिद और कानून की किताबों के सफे पढ़कर किए जा रहे थे। नौ जुलाई की तारीख का इंतजार वह अप्रैल से एक.एक दिन गिनकर कर रही थी। अब वह खुद फैसला करेगी कि उसका भविष्य पिता के घर में सुरक्षित है या पिया के संग। उस प्रेमी संग जिसके साथ उसने किशोरावस्था में ही साथ जीने.मरने की कसम खा ली। एक बच्ची को भी जन्म दिया।